कानपुर में अब रोबोटिक्स लैब, जहां आविष्कार करना सीखेंगे छात्र और आइआइटी के विशेषज्ञ बनाएंगे भविष्य के विज्ञानी
सर पदमपत सिंहानिया एजुकेशन सेंटर में श्री गोविंद हरि सिंहानिया सेंटर फार एडवांस्ड लर्निंग व रोबोटिक्स लैब की शुरुआत की गई है। स्कूल प्रबंधन ने आइआइटी के साथ करार किया है यहां जर्मनी की एडिटिव माइंड एकेडमी के पाठ्यक्रम से छात्र आविष्कार करना सीखेंगे।
कानपुर, जागरण संवाददाता। आइआइटी के विशेषज्ञ अब सर पदमपत सिंहानिया एजुकेशन सेंटर के विद्यार्थियों को भविष्य के लिए विज्ञानी के रूप में तैयार करेंगे। स्कूल प्रबंधन ने आइआइटी कानपुर की साइंस और टेक्नोलाजी स्टूडेंट काउंसिल जिमखाना के साथ करार किया है। छात्र रोबोटिक्स लैब में जर्मनी की एडिटिव माइंड एकेडमी की ओर से तैयार पाठ्यक्रम को पढ़कर आविष्कार करना सीखेंगे।
कमला नगर स्थित सर पदमपत सिंहानिया एजुकेशन सेंटर के 40वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि आइआइटी कानपुर के निदेशक प्रोफेसर अभय करंदीकर श्री गोविंद हरि सिंहानिया सेंटर फार एडवांस्ड लर्निंग व रोबोटिक्स लैब की शुरुआत कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि भारत का भविष्य जहां एक ओर विज्ञान व तकनीकी में निहित है वहीं दूसरी ओर गीत, संगीत, नृत्य, कला हमारी संस्कृति की आधारशिला हैं। आने वाले समय में वही व्यक्ति सफलता के शिखर पर पहुंचेगा जिसका आधार भारतीय संस्कृति तथा मूल्यों से सुदृढ़ हो और जिसकी दृष्टि विज्ञान व तकनीक से सुसज्जित हो।
चेयरपर्सन मनोरमा गोविंद हरि सिंहानिया ने बताया कि लर्निंग सेंटर शुरू होने के बाद भविष्य में म्यूजिक, डांस, आर्ट एंड क्राफ्ट, एस्ट्रोनामी, साइकोलाजी व गणित लैब शुरू करने की तैयारी है। वाइस चेयरमैन व निदेशक पार्थो पी. कर, वित्तीय प्रबंधक आशीष भार्गव, प्रशासनिक प्रबंधक सुरेंद्र यादव, उप प्रधानाचार्य कविता चड्ढा व मुख्याध्यापिका वंदना त्रिवेदी उपस्थित रहे। वहीं, बच्चों ने लैब में अतिथियों को कलर कोड को पहचानकर सेंसर से चलने वाली लाइन फालोअर व हाथ के इशारे पर चलने वाले कार का माडल, स्मार्ट कार्ट टेली, फायर फाइटिंग बोट जैसे सेंसर व रोबोट से चलने वाले माडल के बारे में विस्तार से बताया।