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    आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर 75 खुशबुओं वाला खास इत्र, देश-दुनिया में फ्रीडम-75 से होगी कन्नौज की पहचान

    By Abhishek AgnihotriEdited By:
    Updated: Mon, 15 Aug 2022 07:05 AM (IST)

    Independence Day 2022 75th Anniversary स्वतंत्रता दिवस की 75वी वर्षगांठ पर लखनऊ में कन्नौज में निर्मित खास तरह का इत्र फ्रीडम-75 लांच हो रहा है। भारत ...और पढ़ें

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    कन्नौज में बना आजादी की 75वी वर्षगांठ पर खास इत्र।

    कन्नौज, [प्रशांत कुमार]। Independence Day 2022 75th Anniversary : आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर तैयार किया गया 75 खुशबुओं वाला इत्र अब देश-दुनिया में कन्नौज की पहचान बनेगा। 'फ्रीडम-75' नाम से ये इत्र भारत की एकता और अखंडता का प्रतीक बनेगा क्योंकि इसे देश के विभिन्न हिस्सों से खुशबुओं को एकत्र करके बनाया गया है। इस विशेष इत्र में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक की महक समाहित की गई है। 

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    कन्नौज के इत्र कारोबारियों तथा सुरस एवं सुगंध विकास केंद्र (एफएफडीसी) के सहयोग से आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 'फ्रीडम-75' खुशबू को तैयार किया गया है। इसे आजादी का अमृत महोत्सव पर लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस पर लांच किया जा रहा है। जिलाधिकारी की इस पहल को एफएफडीसी और कारोबारियों ने मुकाम दिया है।

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'लोकल फार वोकल' और 'वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट' को कन्नौज के कारोबारियों ने आयाम दिया है। इस विशेष इत्र को तैयार करने के लिए देश के 75 स्थानों से विशेष खुशबुओं को एकत्र किया गया है। इसमें जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, असोम, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक जैसे 75 स्थानों से फूलों की खुशबू और जड़ी-बूटी लेकर भारत की सुगंध तैयार की गई है। खास यह है कि इसमें देश की मिट्टी की भी सोंधी खुशबू है।

    कौन-कौन से हैं इत्र

    इत्र का ब्रांड है हिंद शामामा : यह एक इत्र है, जिसमें जड़ी-बूटियों और मसालों को एकत्र किया गया है। कश्मीर का केसर, दक्षिण भारत के मसाले, उत्तर भारत का गुलाब और उत्तर-पूर्व से अगरवुड को शामिल कर हिंद शमामा तैयार किया गया है, जिसे द अतर्स एंड परफ्यूमर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष पवन त्रिवेदी ने बनाया है।

    फ्रीडम 75 : इस इत्र को विशेषकर स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ के लिए बनाया गया है। इसमें कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और गुजरात से लेकर अरुणाचल प्रदेश से कई खुशबुओं को लाकर बनाया है सुरस एवं सुगंध विकास केंद्र (एफएफडीसी) ने। इसे भी शासन को भेजा गया है।

    अतर मेरी मिट्टी 75 : यह पारंपरिक आसवन विधि द्वारा बनाया गया विशेष इत्र है। इसे 75 किलोग्राम मिट्टी से जल आसवन तकनीक से विकसित किया गया है, पहली वर्षा के बाद मिट्टी से जो सोंधी खुशबू निकलती है, उसे एकत्र कर बेस आयल की मदद से इस खास इत्र को बनाया गया है। जिसे शहर के प्रख्यात कारोबारी एवं कांग्रेसी नेता विवेक नारायण मिश्र ने बनाया है।

    गंगा अतर: यह अतर भी पारंपरिक विधि से बनाया गया है। इसकी खासियत यह है कि यह उन्हीं फूलों से बना है, जो फूल गंगा के किनारे होते हैं। उनकी खेती की जाती है। इस अतर से उद्यमी प्रखर कपूर ने मां गंगा की महत्ता, गंगा किनारे बसी हमारी संस्कृति का परिचय देश-दुनिया को कराने का प्रयास किया है।

    यूडी 75 (बाडी स्प्रे) : शरीर की दुर्गंध को दूर करने के लिए बाडी स्प्रे (डियोड्रेंट) यूडी 75 को विकसित किया गया है। विशेष बात यह है कि इसे भी 75 प्रकार की खुशबुओं से बनाया गया। एक बार यह स्प्रे करने के बाद शरीर कई दिन तक महकेगा। इसे भी विवेक नारायण मिश्र ने तैयार किया है।

    आईडब्ल्यूसी तिरंगा अगरबत्ती : शहर की प्रमुख संस्था इनर व्हील क्लब की अध्यक्ष डा. ज्योत्सना शुक्ला ने भारतीय खुशबुओं से निर्मित विशेष अगरबत्ती का निर्माण किया है। 75 प्रकार की खुशबुओं से निर्मित यह अगरबत्ती पूरे देश को महकाएगी। इस अगरबत्ती को सूक्ष्म, मध्यम लघु उद्यम मंत्रालय को भेजा गया है। इसमें तिरंगा से प्रेरित होकर तीन प्रकार की महक है।

    -हमने कुछ नवीन करने का प्रयास किया है। इत्र ओडीओपी में शामिल है। पूरी दुनिया यहां की खुशबू की दीवानी है। ऐसे में आजादी के अमृत महोत्सव पर हमने कुछ अलग करने का प्रयास किया, इसमें उद्यमी सफल हुए। कन्नौज ही नहीं देश की मिट्टी, फूल, जड़ी-बूटी से यह खुशबू बनी है। इसकी लाचिंग सोमवार को लखनऊ में होगी। इसके लिए एमएसएमई के चीफ सेक्रेटरी नवनीत सहगल जी से बात हुई है। -शुभ्रांत शुक्ला, डीएम

    -आजादी के अमृत महोत्सव पर इत्र नगरी के कारोबारियों ने अच्छी पहल की है। इसमें देश के कोने-कोने से लाए गए फूल और जड़ीबूटी से खुशबू को तैयार किया गया है। अमृत महोत्सव पर कुछ खास इत्र बने, यह विचार जिलाधिकारी का था। जिसे कारोबारियों ने मृर्त रूप दिया। एफएफडीसी ने कारोबारियों को तकनीकी मदद की है। -डा. शक्ति विनय शुक्ला, प्रधान निदेशक, एफएफडीसी।