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    आइआइटी प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल अब तैयार कर रहे ऐसा एप्लीकेशन जो वायरस से बचाएगा स्मार्ट फोन

    By Abhishek AgnihotriEdited By:
    Updated: Tue, 28 Jun 2022 03:07 PM (IST)

    आइआइटी कानपुर के सीथ्रीआइ हब की ओर से प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल के साथ विज्ञानी ऐसी तकनीक विकासित कर रहे हैं जो स्मार्ट फोन से डेटा लीकेज होने से बचाए ...और पढ़ें

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    आइआइअी प्रोफेसर विकसित कर रहे खास टूल।

    कानपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का गणितीय माडल पर आधारित सटीक आकलन देकर सुर्खियों में आए आइआइटी के प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल अब स्मार्ट फोन को वायरस से बचाने के लिए काम कर रहे हैं। इसमें  भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) के विज्ञानियों संग मिलकर वह ऐसा साफ्टवेयर आधारित टूल विकसित कर रहे हैं, जो स्मार्ट फोन को डेटा लीकेज (चोरी) और वायरस से बचाएगा। अगले माह तक यह तकनीक विकसित होने की उम्मीद है।

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    आइआइटी स्थित सीथ्रीआइ (साइबर सिक्योरिटी एंड साइबर सिक्योरिटी फार साइबर फिजिकल सिस्टम) हब के कार्यक्रम निदेशक प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल ने बताया कि आजकल बाजार में उपलब्ध तमाम एप्लीकेशन डाउनलोड करते ही लोगों के फोन या कंप्यूटर से डेटा लीक होने की आशंका रहती है। साइबर हैकर भी विभिन्न तरह के वायरस भेजकर डेटा हैक कर लेते हैं। इसी समस्या के समाधान के लिए संचार मंत्रालय के साथ मिलकर तकनीक विकसित करने की कोशिश की जा रही है।

    प्रो. अग्रवाल ने बताया कि साफ्टवेयर आधारित तकनीक से मोबाइल फोन के डेटा को पूरी तरह सुरक्षित किया जा सकेगा। किसी भी वायरस या एप्लीकेशन के होने पर भी डेटा शेयर नहीं होगा। यही नहीं, इस डिवाइस की मदद से यह भी जांच की जा सकेगी कि स्मार्ट फोन या कोई अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण विभिन्न एप्लीकेशन के डाउनलोड होने पर डेटा शेयर करते हैं या नहीं।