Kanpur News: लोगों को सेहत पर दे रहे थे ज्ञान, तभी आ गया हार्ट अटैक; संबोधन देते हुए प्रोफेसर खांडेकर की हुई मौत
आइआइटी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रोफेसर समीर खांडेकर की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह संस्थान में एलुमिनाई मीट के अवसर लेक्चर देते हुए स्वास्थ्य के विषय में बोल रहे थे तभी उनको अटैक आया। आइआइटी के पूर्व निदेशक अभय करंदीकर ने शोक संदेश में कहा है कि उन्होंने सबसे अच्छा दोस्त खो दिया है। विद्यार्थी मन से स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं कि प्रोफेसर नहीं रहे।
जागरण संवाददाता, कानपुर। आइआइटी में शुक्रवार को पूर्व छात्रों के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे विज्ञानी प्रो. समीर खांडेकर अचानक मंच पर गिर पड़े। हृदय गति रुकने से उनकी मृत्यु हो गई। जब यह घटना हुई, 52 वर्षीय प्रो. खांडेकर मंच से सबको सेहत का ध्यान रखने की सलाह दे रहे थे।
उनके इस तरह निधन से आइआइटी सहित अकादमिक जगत स्तब्ध है। वह इस समय संस्थान के डीन आफ स्टूडेंट अफेयर्स और मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे थे। उनके नाम 2015 से अब तक 11 पेटेंट दर्ज हैं। शनिवार को पूरा आइआइटी परिसर गहरे शोक में डूबा रहा।
छात्र प्रो. खांडेकर को अपना आदर्श मानते थे
आइआइटी परिसर के साथ सटे शिक्षा सोपान में सीखने वाले बच्चों से लेकर आइआइटी के शिक्षक और विद्यार्थी तक सभी मन से स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं कि प्रो. खांडेकर ने उनका साथ छोड़ दिया। उनके साथी शिक्षक प्रो. शलभ बताते हैं कि प्रो. खांडेकर आदर्श थे।
जब कभी अनुशासन के कठोर फैसलों का मौका आया तो उन्होंने बच्चों के भविष्य का सवाल उठाकर सजा कम करा दी। आइआइटी के पूर्व निदेशक डा. अभय करंदीकर ने शोक संदेश में कहा है कि उन्होंने सबसे अच्छा दोस्त खो दिया है।
जबलपुर में जन्म के बाद कानपुर को बनाया कर्मक्षेत्र
प्रो. खांडेकर का जन्म 10 नवंबर, 1971 को जबलपुर में हुआ था। मप्र के इंजीनियरिंग कालेज से बीटेक करने के बाद आइआइटी कानपुर से एमटेक किया। जर्मनी से 2004 में पीएचडी की। इसी वर्ष आइआइटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर शुरुआत की। 2020 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष और 2023 में डीन आफ स्टूडेंट अफेयर की जिम्मेदारी भी संभाली। उनका बेटा कैंब्रिज विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहा है।
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