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    Forbes की सूची में IIT Kanpur के पांच पूर्व छात्रों का नाम, जानिए-कैसे हुआ ये कमाल

    By AbhishekEdited By:
    Updated: Sun, 05 Apr 2020 08:42 AM (IST)

    पांचों पूर्व छात्रों का 22 देशों के 3500 प्रतिभागियों के बीच आकलन के बाद चयन हुआ है।

    Forbes की सूची में IIT Kanpur के पांच पूर्व छात्रों का नाम, जानिए-कैसे हुआ ये कमाल

    कानपुर, जेएनएन। देश-दुनिया में बड़े से बड़े लोग जिस फोर्ब्स की सूची अपना नाम देखने की तमन्ना रखता है, उस सूची में आइआइटी कानपुर के पांच पूर्व छात्रों ने नाम कमाकर शहर ही नहीं देश का सिर ऊंचा किया है। मजबूत इच्छाशक्ति, बुलंद हौंसले और मेहनत के दम पर पांचों पूर्व छात्रों ने ये कमाल करके दिखाया है।

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    आइआइटी निदेशक ने दी बधाई

    आइआइटी कानपुर से पासआउट होने के बाद पांचों छात्र अपने पैरों पर खड़े हुए और दूसरों के लिए रोजगार का जरिया तलाशा। उनकी इस कामयाबी पर फोर्ब्स की 30 अंडर 30 एशिया की सूची में शामिल किया गया है। तीन पूर्व छात्र फाइनेंस एंड वेंचर कैपिटल और दो पूर्व छात्रों को इंडस्ट्रीज मैनुफैक्चरिंग एंड एनर्जी कैटेगरी में शामिल किया गया है। इसपर आइआइटी निदेशक प्रो.अभय करंदीकर और डीन ऑफ एल्युमिनाई एसोसिएशन प्रो.जयंत कुमार सिंह ने पांचों पूर्व छात्रों को बधाई दी है।

    दस कैटेगरी में हुआ चयन

    पांचों छात्रों को 22 देशों के करीब 3500 प्रतिभागियों के आकलन के बाद यह उपलब्धि मिली है। फोर्ब्स 30 अंडर 30 एशिया में 10 कैटेगरी निर्धारित थी, जिसमें आर्ट इंटरटेनमेंट एंड स्पोर्ट्स, फाइनेंस एंड वेंचर कैपिटल, मीडिया, मार्केटिंग एंड एडवरटाइजिंग, रिटेल एंड ई-कॉमर्स, एंटरप्राइज टेक्नोलॉजी आदि शामिल है।

    जानें-क्या हैं उनका खास काम

    2014 बैच के मैटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग के आदित्य प्रसाद, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के गौरव कुमार व हर्ष पोखरना ने पासआउट होने के बाद एक कंपनी बनाई। 25 अगस्त 2017 को ओके क्रेडिट नाम से एप लांच किया। यह एप व्यवसाइयों और कारोबारियों के लिए तैयार किया गया, जिसमें बही खाता, कलम की जरूरत नहीं पड़ती है। इसको कारोबारियों और दुकानदारों ने हाथों हाथ लिया। इसे चलाना बेहद आसान है, दुकानदार के पास अलर्ट और ग्राहक के पास मैसेज आता है। अबतक 10 करोड़ से अधिक लोग इस एप को डाउनलोड कर चुके हैं। इसके चलते उनके नाम फोर्ब्स की फाइनेंस एंड वेनचर कैपिटेल कैटेगिरी में शामिल किया गया है।

    इसी तरह 2017 बैच के मकैनिकल इंजीनियरिंग से बीटेक निखिल कुरेले और हर्षित राठौर ने नोक्का रोबोटिक्स नाम से कंपनी बनाई। दोनों पूर्व छात्रों ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग पर आधारित रोबोट की सहायता से सोलर पैनल के रखरखाव की तकनीक विकसित की है। उनकी इस उपलब्धि पर उनके नाम फोर्ब्स की इंडस्ट्री मैन्यूफैक्चर इनर्जी कैटेगिरी में शामिल किया गया है। मौजूदा समय में दोनों आइआइटी के विशेषज्ञों के सहयोग से पोर्टेबल वेंटीलेटर तैयार कर रहे हैं।