सेंसर वाला हेलमेट करेगा करंट से रक्षा, तीस मीटर पहले से देगा संकेत
विद्युत विभाग में संविदा कर्मियों को सेंसर युक्त सुरक्षा उपकरण दिये जाएंगे।
By AbhishekEdited By: Published: Wed, 27 Mar 2019 11:58 AM (IST)Updated: Fri, 29 Mar 2019 10:35 AM (IST)
कानपुर, [गौरव दीक्षित]। अभी तक हम हेलमेट का प्रयोग सड़क अथवा अन्य दुर्घटनाओं से बचने के लिए करते रहे हैं लेकिन अब यही हेलमेट करंट से रक्षा करेगा। यह हेलमेट तीस मीटर पहले से करंट का संकेत देगा। शहर में विद्युत विभाग अपने कर्मचारियों के लिए इस हेलमेट की व्यवस्था कर रहा है। जल्द ही उन्हें सेंसर युक्त हेलमेट मिल जाएगा, इससे दूर से ही तार में करंट प्रवाहित होने की जानकारी मिल जाएगी और दुर्घटनाएं रोकी जा सकेंगी।
अब तक 17 कर्मी गवां चुके हैं जान
एक जानकारी के मुताबिक पिछले पांच सालों में इस तरह की दुर्घटनाओं में आकर 17 सरकारी कर्मचारियों व संविदा कर्मचारियों की जाने जा चुकी हैं व 35 घायल हो चुके हैं।
केस-1 : दयानंद विहार में हाईटेंशन लाइन में फाल्ट ठीक करने के लिए संविदा कर्मचारी मो. अजीज पोल पर चढ़े। इस पोल से दो फीडर की हाईटेंशन लाइन गुजर रही थी, लेकिन भूलवश फाल्ट वाली लाइन में ही शटडाउन लिया गया था। पोल पर चढ़ते ही अजीज दूसरी लाइनों के करंट की चपेट में आकर झुलस गए। उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
केस-2 : नवीन नगर सबस्टेशन के लाइनमैन नानबाबू की फाल्ट ठीक करते समय करंट लगने से जान चली गई। उन्होंने शटडाउन लिया था, लेकिन उन्हें पता ही नहीं था कि इसी पोल से दूसरे फीडर की हाईटेंशन लाइन गुजर रही है।
केस-3 : चीना पार्क में तैनात संविदा कर्मचारी तनवीर फरीदी के साथ कुछ अलग घटना हुई। हाईटेंशन लाइन ट्रिप हो गई। शटडाउन लेकर वह फाल्ट ठीक करने पोल पर चढ़े। मगर, गलती से ट्राली डाउन नहीं की गई, जिसके चलते अचानक उस लाइन पर करंट का प्रवाह शुरू हो गया। चपेट में आने से उनकी मौत हो गई।
तेज आवाज संग जलेगी लाल लाइट
संविदा कर्मचारी संगठन, केस्को के महामंत्री दिनेश सिंह भोले ने बताया कि इस हेलमेट के पहनने से आसपास करंट प्रवाहित होने की जानकारी कर्मचारियों को हो जाएगी। एक निश्चित दूरी करीब 30 मीटर दूर तक करंट प्रवाह होने पर तेज आवाज के साथ हेलमेट में लगी लाल रंग लाइट जलने लगेगी। कर्मचारियों को अप्रैल के अंत तक ऐसे हेलमेट दे दिए जाएंगे।
उपकेंद्र में टेस्टिंग हुई सफल
सोमवार को नवीन नगर उपकेंद्र में सरकारी लाइनमैन सुरेश कुमार द्वारा इस विशेष हेलमेट को टेस्ट किया गया। सुरेश बताते हैं कि यह उपकरण बेहद सुरक्षित है। दिनेश सिंह भोले ने बताया कि संविदा लाइनमैनों को संगठन की ओर से हेलमेट दिया जाएगा। इस हेलमेट की लागत 2123 रुपये होगी। इसमें 13 सौ रुपये का इलेक्ट्रिक सेंसर, 375 रुपये का लाइटयुक्त हेलमेट, 150 रुपये की लीथियम बैट्री (मोबाइल चार्जर से चार्ज) लगी है। इसके साथ ही असेंबलिंग के 240 रुपये पड़ रहे हैं।
अब तक 17 कर्मी गवां चुके हैं जान
एक जानकारी के मुताबिक पिछले पांच सालों में इस तरह की दुर्घटनाओं में आकर 17 सरकारी कर्मचारियों व संविदा कर्मचारियों की जाने जा चुकी हैं व 35 घायल हो चुके हैं।
केस-1 : दयानंद विहार में हाईटेंशन लाइन में फाल्ट ठीक करने के लिए संविदा कर्मचारी मो. अजीज पोल पर चढ़े। इस पोल से दो फीडर की हाईटेंशन लाइन गुजर रही थी, लेकिन भूलवश फाल्ट वाली लाइन में ही शटडाउन लिया गया था। पोल पर चढ़ते ही अजीज दूसरी लाइनों के करंट की चपेट में आकर झुलस गए। उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
केस-2 : नवीन नगर सबस्टेशन के लाइनमैन नानबाबू की फाल्ट ठीक करते समय करंट लगने से जान चली गई। उन्होंने शटडाउन लिया था, लेकिन उन्हें पता ही नहीं था कि इसी पोल से दूसरे फीडर की हाईटेंशन लाइन गुजर रही है।
केस-3 : चीना पार्क में तैनात संविदा कर्मचारी तनवीर फरीदी के साथ कुछ अलग घटना हुई। हाईटेंशन लाइन ट्रिप हो गई। शटडाउन लेकर वह फाल्ट ठीक करने पोल पर चढ़े। मगर, गलती से ट्राली डाउन नहीं की गई, जिसके चलते अचानक उस लाइन पर करंट का प्रवाह शुरू हो गया। चपेट में आने से उनकी मौत हो गई।
तेज आवाज संग जलेगी लाल लाइट
संविदा कर्मचारी संगठन, केस्को के महामंत्री दिनेश सिंह भोले ने बताया कि इस हेलमेट के पहनने से आसपास करंट प्रवाहित होने की जानकारी कर्मचारियों को हो जाएगी। एक निश्चित दूरी करीब 30 मीटर दूर तक करंट प्रवाह होने पर तेज आवाज के साथ हेलमेट में लगी लाल रंग लाइट जलने लगेगी। कर्मचारियों को अप्रैल के अंत तक ऐसे हेलमेट दे दिए जाएंगे।
उपकेंद्र में टेस्टिंग हुई सफल
सोमवार को नवीन नगर उपकेंद्र में सरकारी लाइनमैन सुरेश कुमार द्वारा इस विशेष हेलमेट को टेस्ट किया गया। सुरेश बताते हैं कि यह उपकरण बेहद सुरक्षित है। दिनेश सिंह भोले ने बताया कि संविदा लाइनमैनों को संगठन की ओर से हेलमेट दिया जाएगा। इस हेलमेट की लागत 2123 रुपये होगी। इसमें 13 सौ रुपये का इलेक्ट्रिक सेंसर, 375 रुपये का लाइटयुक्त हेलमेट, 150 रुपये की लीथियम बैट्री (मोबाइल चार्जर से चार्ज) लगी है। इसके साथ ही असेंबलिंग के 240 रुपये पड़ रहे हैं।
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