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    नया रिकॉर्ड बनाने की राह पर दिव्यांग साइकिलिस्ट अक्षय, 32 दिन में 4250 किमी का लक्ष्य

    By Abhishek AgnihotriEdited By:
    Updated: Tue, 17 Nov 2020 01:42 PM (IST)

    कानपुर के साइकिलिस्ट अक्षय सिंह ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक का सफर करने का लक्ष्य तय किया है जिसमें सेना के पैरा साइक्लिस्ट भी उनके साथ निकलेंगे। वह अबतक गिनीज बुक इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड इंडिया बुक और एशिया बुक में अपना नाम दर्ज करा चुके हैं।

    कई कीर्तीमान स्थापित कर चुके हैं साइकिलिस्ट अक्षय सिंह।

    कानपुर, जेएनएन। साइकिलिंग करके गिनीज बुक, इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड, इंडिया बुक और एशिया बुक ऑफ रिकार्ड बना चुके दिव्यांग साइकिलिस्ट अक्षय अब नया मुकाम हासिल करने के लिए निकल पड़े हैं। इस बार उन्होंने कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिलिंग का लक्ष्य तय करके कीर्तीमान स्थापित करने की ठानी है। इस दौरान वह 32 दिन में 4250 किमी का सफर अपनी हमसफर साइकिल से तय करेंगे।

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    अक्षय ने बताया कि कश्मीर में रविवार को बारिश के कारण फंसा रहा। मंगलवार की सुबह सेना के पैरा साइकिलिस्ट के साथ 32 दिन में लगभग 4250 किमी का सफर की शुरुआत कर रहा हूं। उन्होंने बताया कि सफर कठिन जरूर रहेगा लेकिन साथियों के साथ में इस लक्ष्य को जरूर पूरा करेंगे। अबतक की साइकिलिंग में यह सबसे लंबी राइड होगी। अक्षय इस राइड के जारिये से समाज को स्वास्थ्य और पर्यावरण का संदेश देंगे।

    रामादेवी स्थित गांधीग्राम में रहने वाले 25 वर्षीय अक्षय सिंह 2010 में रेल दुर्घटना में दायां पैर गंवा चुके हैं। दिव्यांगता को मात देने वाले अक्षय ने एवरेस्ट फतह करने वाली पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा को आदर्श मानकर साइकिलिंग करना शुरू किया। उन्होंने बताया कि आदित्य मेहता फाउंडेशन के मार्गदर्शन में होने वाली राइड में सेना के पैरा साइक्लिस्ट पूरे सफर में उनका साथ देंगे।

    साइकिलिंग के चलते देश दुनिया में पहचान बनाने वाले कानपुर के अक्षय ने 31 जनवरी को कानपुर से मुंबई 1500 किमी का सफर 132 घंटों में तय कर यह उपलब्धि हासिल की थी। इससे पहले वे कानपुर से दिल्ली तक 450 किमी की दूरी चार दिनों में पूरी कर गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में नाम दर्ज कराया था। वे एशियन पैरा साइकिलिंग में क्वालीफाई भी हो चुके हैं। उनका अगला लक्ष्य एशियन साइकिलिंग में पदक जीतना है।