Kanpur Hair Transplant Case: डॉ.अनुष्का ने कबूला- हां! मैंने ही किया था दोनों इंजीनियरों का हेयर ट्रांसप्लांट
कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के मामले में डॉक्टर अनुष्का ने जेल में खुलासा किया कि उन्होंने ही विनीत का हेयर ट्रांसप्लांट किया था। 2019 से वह यह काम कर रही हैं लेकिन डिप्लोमा के बारे में जानकारी नहीं दी। पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए अर्जी देगी। फर्रुखाबाद के मयंक कटियार की मौत का भी मामला सामने आया है जिसका ट्रांसप्लांट भी अनुष्का ने किया था।

जागरण संवाददाता, कानपुर। जेल जाने के बाद आरोपित डा. अनुष्का अब राज उगलने लगी हैं। मंगलवार को विवेचक ने जेल में ही उनके बयान लिए। आरोपित डाक्टर ने बताया कि वह वर्ष 2019 से हेयर ट्रांसप्लांट कर रही हैं। बोलीं, मैंने ही विनीत का हेयर ट्रांसप्लांट किया।
उनके पास डिप्लोमा भी है लेकिन जब डिप्लोमा कहां से लेने की बात पूछी तो वह चुप हो गईं। अब विवेचक पुलिस कस्टडी रिमांड लेने के लिए बुधवार को कोर्ट में अर्जी देंगे। इसके बाद अनुष्का के बयानों के आधार पर आगे साक्ष्य जुटाए जाएंगे।
मूलरूप से गोरखपुर निवासी विनीत दुबे पनकी पावर प्लांट में सहायक अभियंता थे। उनकी पत्नी जया ने डा. अनुष्का के खिलाफ रावतपुर थाने में नौ मई को मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें बताया था कि विनीत दुबे ने 13 मार्च को केशवपुरम आवास विकास-एक स्थित इंपायर क्लीनिक की डा. अनुष्का से हेयर ट्रांसप्लांट कराया था।
उसके बाद विनीत के चेहरे व सिर पर सूजन और भीषण दर्द हुआ था। डा.अनुष्का ने 14 मार्च की सुबह छपेड़ा पुलिया स्थित अनुराग हास्पिटल में भर्ती कराया था। इसके बाद स्वजन ने वहां से विनीत को सर्वोदय नगर स्थित रीजेंसी हास्पिटल में भर्ती कराया, 15 मार्च को उनकी मौत हो गई।
वहीं, डाक्टर अनुष्का के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने और समाचार पत्रों में खबरें प्रकाशित होने पर फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ निवासी कुशाग्र कटियार व उनकी मां ने जया से संपर्क किया। कुशाग्र ने बताया कि उनके बड़े भाई इंजीनियर मयंक कटियार का हेयर ट्रांसप्लांट डा. अनुष्का ने ही अपने क्लीनिक में 18 नवंबर 2024 को किया था।
अगले दिन सुबह उनकी मौत हो गई थी। मुकदमे के बाद से अनुष्का क्लीनिक बंद कर पति संग शहर से फरार हो गई थीं। पुलिस की पांच टीमें तलाशती रहीं पर अनुष्का ने पुलिस को ही चकमा देकर सोमवार दोपहर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया, जहां से उसे जेल भेजा गया।
डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि विवेचक ने मंगलवार को कोर्ट से अनुमति लेकर डा. अनुष्का के जेल में बयान दर्ज किए, जहां विनीत के हेयर ट्रांसप्लांट की बात स्वीकारते हुए बताया कि तीन साल से उनका क्लीनिक कल्याणपुर में किराए पर था लेकिन अक्टूबर में क्लीनिक केशवपुरम में शिफ्ट किया है।
डीसीपी ने बताया कि उन्होंने अभी बहुत से सवालों के जवाब नहीं दिए हैं। इसलिए अब कस्टडी रिमांड ली जाएगी। इसके लिए कोर्ट में विवेचक अर्जी देंगे। विवेचक पुष्पराज सिंह ने बताया कि अनुष्का से पूछताछ व उनके क्लीनिक व घर जाने समेत साक्ष्यों को जुटाने के लिए कम से कम 12 से 14 घंटे की रिमांड चाहिए। बाकी कोर्ट जो समय देगी, उसी आधार पर साक्ष्य जुटाए जाएंगे।
पुलिस को अब तक नहीं मिली मेडिकल रिपोर्ट
विवेचक के मुताबिक, हेयर ट्रांसप्लांट के बाद दो इंजीनियरों की मौत के मामले में पुलिस ने सबसे पहले मार्च में सीएमओ को पत्र भेजकर प्रकरण की जांच करने की बात कही थी। उसके बाद मुकदमा दर्ज होने के बाद दूसरा पत्र सीएमओ को भेजा गया।
इसके बाद जब फर्रुबाबाद के मयंक कटियार की मौत का प्रकरण सामने आया तो तीसरा पत्र भी सीएमओ को भेजा गया था। जब इन सबकी जांच रिपोर्ट नहीं आई तो रिमाइंडर दो दिन पहले भेजा गया, लेकिन एसीएमओ द्वारा गठित टीम की जांच ही नहीं पूरी हो सकी है। डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग से रिपोर्ट अब तक नहीं मिल सकी है।
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