Kanpur News: तीन दिन पहले मिला था ढाई लाख के जेवर से भरा पर्स, जीआरपी ने इस शख्स को दिया सौंप
कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर जीआरपी ने तत्परता दिखाते हुए एक महिला को ढाई लाख के गहनों से भरा पर्स लौटाया जो प्रतीक्षालय में खो गया था। अटेंडेंट ने पर्स जीआरपी को सौंपा था। इसके अतिरिक्त अपने माता-पिता से बिछड़ा एक बच्चा भी जीआरपी द्वारा ढूंढकर परिवार को वापस मिलाया गया। महिला कोचों में पुरुषों को हटाकर महिलाओं को सीट दिलाई गई।

जागरण संवाददाता, कानपुर। तीन दिन पहले प्लेटफार्म नंबर एक स्थित एसी प्रतीक्षालय में मिला ढाई लाख के जेवर से भरा पर्स महिला के सुपुर्द कर दिया गया। प्रतीक्षालय के अटेंडेंट सुनील कुमार को यह पर्स मिला था। उसने जीआरपी को सौंप दिया था। वीडियोग्राफी कराते हुए पर्स सील कर दिया गया था।
जीआरपी प्रभारी निरीक्षक ओम नारायण सिंह ने बताया कि यह पर्स छतरपुर, नई दिल्ली निवासी सुशील कुमार की पत्नी रागिनी कुमारी का था। उननसे संपर्क करने पर बताया कि पर्स प्रतीक्षालय में छूट गया था। इसमें कीमती सामान, ज्वैलरी व नकद 3500 रुपये थे। शुक्रवार को रागिनी पति संग जीआरपी सेंट्रल आई और उन्हें पर्स सौंप दिया गया।
मां-पिता से बिछड़ा बच्चा स्वजनों को सौंपा
सेंट्रल स्टेशन पर मां-पिता से बिछड़े बच्चे को जीआरपी ने स्वजनों के सुपुर्द कर दिया। जीआरपी के प्रभारी निरीक्षक ओम नारायण सिंह ने बताया कि गुरुवार को बिहार के धधौरा निवासी करपू मांझी ने आकर सूचना दी कि वह पत्नी व दो साल के बेटे राजबीर के साथ गांव जा रहा था।
प्लेटफार्म नंबर चार-पांच से उनका बेटा कहीं खो गया है। इस पर आरपीएफ कंट्रोल रूम में लगे सीसीटीवी देखे गए। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर प्लेटफार्म नंबर- 4/5 पर तलाश की गई और दिल्ली साइड पर स्थित पैदल पुल पर बच्चा मिल गया। उसे करपू मांझी ने पहचान लिया। बच्चे को करपू के हवाले कर दिया गया।
पुरुषों को हटाकर महिलाओं को दिलाई सीटें
सेंट्रल स्टेशन पर शुक्रवार को जीआरपी और आरपीएफ ने ट्रेनों के महिला कोचों में सीटों पर बैठे पुरुषों को हटाकर महिलाओं को सीट दिलाई। हावड़ा से कालका जाने वाली ट्रेन नंबर 12311 कालका एक्सप्रेस, जोधपुर-हावड़ा एक्सप्रेस, चौरीचौरा, प्लेटफार्म नंबर-4 से जाने वाली पलवेल एक्सप्रेस, गुवहाटी-बीकानेर व नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस महिलाओं को सीट दिलाई गई।
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