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    डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर पर छह दिन में दौड़ीं 53 मालगाडिय़ां, पकड़ी 90 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार

    By Abhishek AgnihotriEdited By:
    Updated: Tue, 05 Jan 2021 09:38 AM (IST)

    ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के न्यू खुर्जा से न्यू भाऊपुर ट्रैक पर मालगाड़ियों ने रफ्तार भरनी शुरू कर दी है। मालगाड़ियों को गति मिलने से समय से माल पहुंचने लगा है और ढुलाई लागत में भी राहत मिली है।

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    न्यू खुर्जा-न्यू भाऊपुर ट्रैक पर मालगाड़ियों का संचालन जारी है।

    कानपुर, जेएनएन। ईस्र्टन डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर (डीएफसी) के न्यू खुर्जा-न्यू भाऊपुर ट्रैक पर मालगाडिय़ां 90 किमी प्रतिघंटे से ज्यादा रफ्तार से दौडऩे लगी हैैं। 29 दिसंबर को उद्घाटन के बाद से तीन जनवरी तक 53 मालगाडिय़ां कॉरीडोर में दौड़ चुकी हैं। इससे सबसे बड़ा फायदा ये है कि गति बढऩे से माल तेजी से गंतव्य तक पहुंचने लगा है और ढुलाई लागत में कारोबारियों को फायदा मिल रहा है।

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    यह नया ट्रैक चालू होने के बाद कोयला, जूट, पेट्रोलियम, कंटेनर, लोहा, इस्पात और अन्य खनिज प्राथमिक वस्तुएं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, पंजाब और हरियाणा क्षेत्र की ओर भेजी जा रही हैं। वहीं, पंजाब और हरियाणा क्षेत्र से चावल, गेहूं और खाद्य अनाज उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, कोयला लोड करने योग्य खाली वैगन आदि पूर्वी भारत की ओर बढ़ रहे हैं।

    बता दें, उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 दिसंबर को दो मालगाडिय़ों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। डेढ़ किमी लंबी मालगाड़ी लुधियाना, पंजाब के मुल्लानपुर और फरीदकोट से 9400 टन खाद्यान लोड कर न्यू खुर्जा और न्यू भाऊपुर के बीच रवाना की गई थी। वहीं, 1.5 किमी लंबी मालगाड़ी रांची, झारखंड और दुधचुआ घाट साइडिंग, सिंगरौली, मध्य प्रदेश से 10,420 टन कोयला लादकर न्यू भाऊपुर और न्यू खुर्जा के बीच दौड़ी थीं। माल अनलोडिंग करने के बाद इन मालगाडिय़ों ने लौटते समय 90 किमी प्रतिघंटे से अधिक रफ्तार पकड़ी।

    एक नजर में कॉरीडोर

    ईस्टर्न कॉरीडोर के तहत 1856 किमी मार्ग (जिसमें सोननगर-दनकुनी सेक्शन का पीपीपी सेक्शन शामिल है) का निर्माण हो रहा है। यह लुधियाना (पंजाब) के पास साहनेवाल से शुरू होकर पंजाब राज्य से उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड होकर पश्चिम बंगाल के दनकुनी में समाप्त होगा।