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    कानपुर में 'विसर्जन उत्सव' अभियान में सात दिन में 25 हजार पुरानी गणेश-लक्ष्मी मूर्तियों का भू-विसर्जन

    Updated: Tue, 04 Nov 2025 12:50 PM (IST)

    कानपुर में दैनिक जागरण के विसर्जन उत्सव अभियान के तहत, मुस्कान फाउंडेशन और नमामि गंगे जैसी संस्थाओं ने गंगा किनारे तीन हजार गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियों का भू विसर्जन किया। इस दौरान घाटों की सफाई भी की गई और लोगों को गंगा को स्वच्छ रखने के लिए जागरूक किया गया। रायल ड्रीम वर्ल्ड इंटर कॉलेज में जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।

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    जागरण संवाददाता, कानपुर। दैनिक जागरण के विसर्जन उत्सव अभियान में संस्थाओं के साथ लोग भी जुड़ रहे हैं। अभियान के तहत सात दिन में करीब 25 हजार पुरानी गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियों का ससम्मान भू विसर्जन किया जा चुका है।

    इसी कड़ी में सोमवार को मुस्कान फाउंडेशन ने काली घाट, सिविल लाइंस और नमामि गंगे की अगुवाई में कई संस्थाओं ने पत्थर घाट, बिठूर में मूर्तियों का भू विसर्जन किया। दोनों जगह कुल तीन हजार मूर्तियां भू विसर्जित की गईं।

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    इसके साथ ही घाटों और गंगा के किनारे फैली पालीथीन व गंदगी को भी साफ किया गया और लोगों से अपील की गई, गंगा को स्वच्छ रखने में अपना सहयोग करें।

    मुस्कान फाऊंडेशन ट्रस्ट परिवार की ओर से कालीघाट, सिविल लाइंस में विसर्जन उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान गणेश-लक्ष्मी की दो हजार मूर्तियों का ससम्मान भू विसर्जन किया गया। संस्था की अध्यक्ष पूजा गुप्ता, महासचिव आशीष गुप्ता, सचिव गीतांजलि यादव, संगठन मंत्री यामिनी बाजपेई, कोआर्डिनेटर नीलम सिंह उपस्थित रहीं।

    वहीं, नमामि गंगे के तत्वावधान में बिठूर के पत्थर घाट क्षेत्र में विशेष स्वच्छता अभियान चलाकर गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियों का ससम्मान भू विसर्जन किया गया। इस दौरान प्लास्टिक फिशर टीम ने घाट के आसपास और नदी से पालीथीन और प्लास्टिक अपशिष्ट सामग्री को एकत्रित कर निस्तारण के लिए भेजी।

    संस्था के जितेंद्र ने गंगा की स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया। गंगा को स्वच्छ रखने के लिए रायल ड्रीम वर्ल्ड इंटर कालेज में पोस्टर मेकिंग एवं स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नमामि गंगे टीम के साथ रीवैम्प इंडिया फाउंडेशन के सदस्य, जिला परियोजना अधिकारी शशांक शुक्ल, आचार्य कालीचरण जी, प्राचार्या सपना सिंह, श्रेया कुशवाहा आदि उपस्थित रहे।