कानपुर में बिहार की तरह पर्यटन हब बनेगा गंगा रिवर फ्रंट, जानें क्या होगा खास
Kanpur News कानपुर में तीन चरण में गंगा को पर्यटन के रूप में विकसित करने की तैयारी की जा रही है। पहले चरण पर अटल घाट से शुक्लागंज तक गंगा रिवर फ्रंट बनेगा। आठ किमी के दायरे में पड़ने वाले घाटों का सुंदरीकरण होगा। जाम से मुक्ति दिलाने को वीआइपी रोड के समानांतर रास्ता बनेगा।

जागरण संवाददाता, कानपुर। तीन चरण में गंगा को पर्टयन के रूप में विकसित करने की तैयारी की जा रही है। इसके तहत पहले चरण में अटल घाट बैराज से शुक्लागंज तक आठ किलोमीटर का दायरे को गंगा रिवर फ्रंट में विकसित किया जाएगा। साथ ही वीआइपी रोड पर वाहनों के भार को कम करने के लिए वीआइपी रोड के समानांतर रास्ता बनाया जाएगा। साथ ही आठ किलोमीटर के दायरे में घाटों का सुंदरीकरण होगा।
वहीं, बिठूर चुंगी से परियर ब्रिज और शुक्लागंज से सिद्धनाथ घाट तक गंगा के किनारे को विकसित करने के साथ ही आने जाने का रास्ता भी बनाया जाएगा ताकि लोग गंगा की लहरों से अठखेलियां कर सके और जाम से भी नहीं जूझना पड़े। पटना में बने रिवर फ्रंट की तर्ज पर विकास कराने की तैयारी की जा रही है।
केडीए द्वारा खाका तैयार किया जा रहा है। इसके लिए अटल घाट से शुक्लागंज तक गंगा के किनारे को विकसित करने की तैयारी की जा रही है। डिजाइन तैयार करने के लिए सेतु निर्माण व सिंचाई विभाग के अफसरों के साथ केडीए अफसरों की दो बार बैठक हो चुकी है। केडीए सचिव अभय सिंह ने बताया कि जल्द खाका तैयार कराके रिवर फ्रंट को धरातल पर लाने की तैयारी की जा रही है।
समन्यव समिति के संयोजक नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि पटना में बने रिवर फ्रंट की तर्ज पर विकसित करने की तैयारी है। पाथवे, घाटों का सुंदरीकरण, पिकनिक स्पाट, रोशनी, बैठने की जगह, पार्किंग, साइकिल ट्रैक और बच्चों के लिए पार्क विकसित किया जाएगा। साथ ही वीआइपी रोड व बिठूर के घाटों के समानांतर रोड का निर्माण कराया जाएगा ताकि जाम से लोगों को मुक्ति मिल सके। वर्ष 2013 में अटल घाट से सिद्धनाथ घाट तक 12 किलोमीटर का रिवर फ्रंट का निर्माण कराया गया था। बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अब फिर से खाका तैयार किया जा रहा है।
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