Kanpur News: बाढ़ का खतरा, कानपुर में तेजी से बढ़ रहा का गंगा जलस्तर, बैराज के 30 गेट में 15 खोले
Kanpur News गंगा का जलस्तर तेजी से खतरे की तरफ बढ़ रहा है। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जुलाई के पहले हफ्ते में ही गंगा बैराज के 15 गेट खोल दिए गए हैं। इधर जिलाधिकारी ने सरसैया घाट पर बैठक करते हुए रात-दिन सतर्कता के आदेश दिए हैं। नाविकों घाट प्रभारियों व मंदिर के पुजारियों संग पुलिस व राजस्व टीम लगाई गईं।

जागरण संवाददाता, कानपुर। कानपुर (Kanpur) में गंगा (Ganga) का जलस्तर लगातार खतरे की तरफ बढ़ने से प्रशासन अलर्ट हो गया है। बढ़ते जलस्तर को लेकर गांवों से घाटों तक जिला प्रशासन सजग हो गया है। बिठूर (Bithoor) से ड्योढ़ी घाट तक त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। गंगा बैराज के 15 गेट खोल दिए गए हैं।
गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। जुलाई माह के पहले हफ्ते ही गंगा बैराज के 30 गेट में 15 गेट खुल दिए गए है। जुलाई माह के पहले हफ्ते में गंगा के बढ़ते जलस्तर को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है। गंगा के तट के किनारे लगे गांवों में सतर्कता बढ़ा दी है। शुक्लागंज में गंगा का जलस्तर 29 जून को 108.43 मीटर था जो तीन जुलाई को 109.74 मीटर पहुंच गया है।
दो जुलाई को गंगा का जलस्तर 109.47 मीटर था। चौबीस घंटे में 27 सेंटीमीटर बढ़ गया है। प्रशासन स्तर पर भी तैयारी शुरू कर दी गयी है ताकि गंगा का जल गांवों में पहुंचने से पहले ही लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके। वहीं रोक के बाद भी गंगा में चोरी छिपे नाव चलायी जा रही है। जबकि सिंचाई विभाग के अफसरों ने प्रशासन को पत्र लिखा है कि गंगा का तेजी से बढ़ते जलस्तर को देखते हुए नाव का संचालन नहीं किया जाए।
बोट क्लब में नौकायन 15 अक्टूबर तक बंद कर दिया है लेकिन अन्य घाटों में नाव चल रही है। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता पंकज गौतम ने बताया कि गंगा का जलस्तर बढ़ता देखकर सतर्कता बढ़ा दी गयी है। गांव वालों को भी सतर्क रहने को कहा है।
गंगा का हाल
- अप स्ट्रीम पर गंगा का जलस्तर - 113.10 मीटर
- डाउन स्ट्रीम पर गंगा का जलस्तर - 111.86 मीटर
- शुक्लागंज में गंगा का जलस्तर -109.74 मीटर
- बैराज के 30 गेट में - 15 गेट खोले
- शुक्लागंज की तरफ चेतावनी बिंदु - 113 मीटर
- खतरे का निशान - 114 मीटर
- नरोरा बांध से गुरुवार को छोड़ा गया गंगा का जल - 82,160 क्यूसेक
- गंगा बैराज से शुक्लागंज की तरफ गुरुवार को छोड़ा गया गंगा का जलस्तर - 29, 555 क्यूसेक
गंगा के बढ़ते जलस्तर को लेकर गांवों से घाटों तक जिला प्रशासन सजग हो गया है। बिठूर से ड्योढ़ी घाट तक त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी ने गुरुवार देर शाम सरसैया घाट पर बैठक कर रणनीति बनाई। दिन-रात सतर्कता के निर्देश दिए। नाविकों, घाट प्रभारियों व मंदिर के पुजारियों संग पुलिस और राजस्व टीमें लगाई गई हैं।
जिलाधिकारी ने जोनल अधिकारी, थाना प्रभारियों, स्थानीय नाविकों व लोगों के साथ बैठक की। बैठक में बढ़ते जलस्तर को लेकर लोगों को जागरूक किया गया। रात में सजग रहने को कहा गया। जिलाधिकारी ने नाविकों से कहा कि नावों में क्षमता से अधिक लोग नहीं बैठाएं। शाम ढलने के बाद नौकायन कतई नहीं होना चाहिए। बिठूर में एसीपी कल्याणपुर राजस्व टीम के साथ संयुक्त रूप से नाविकों, घाट प्रभारियों व मंदिरों के पुजारियों संग सजग रहेंगे।
- यह दिए गए निर्देश
- नाव में क्षमता से अधिक सवारी नहीं बैठाना है।
- धारा के बीच से नदी के पार जाने पर पूरी तरह रोक।
- नाव पर सेल्फी नहीं ली जाएगी, वर्ना कार्रवाई तय।
- नावों पर लोगों की क्षमता की लाल पेंट से जानकारी दें।
- नावों का नगर पंचायत में पंजीयन अवश्य कराएं।
- लाइफ जैकेट के बिना किसी को नहीं बैठाएं।
- एक नियमित पीए सिस्टम लगातार वार्निंग देता रहे।
- स्थानीय घाट अध्यक्ष व नाविकों को सूचीबद्ध करें।
- नगर पंचायत की तरफ से सुरक्षा संबंधी संकेतक लगें।
- जर्जर नावों का संचालन कतई नहीं होना चाहिए।
गंगा में नावों को शाम के बाद नहीं चलाने के निर्देश दिए हैं। इसे सख्ती से लागू करा दिया गया है। जिला प्रशासन के निर्देश नहीं मानने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के साथ समन्वय बनाकर टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं।
-जितेन्द्र प्रताप सिंह, जिलाधिकारी।
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