Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Flood Alert: गंगा नदी का बढ़ता जलस्तर, फर्रुखाबाद से लेकर फतेहपुर तक कहर, युवक और युवती डूबे

    By Anurag Shukla1Edited By: Anurag Shukla1
    Updated: Sat, 23 Aug 2025 07:31 PM (IST)

    गंगा नदी में बढ़ते जलस्तर से फर्रुखाबाद फतेहपुर कानपुर कन्नौज और उन्नाव में बाढ़ जैसे हालात हैं। फर्रुखाबाद में गंगा और रामगंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं जिससे कई गांव जलमग्न हो गए हैं। फतेहपुर में गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है जिससे फसलें डूब गई हैं।

    Hero Image
    फर्रुखाबाद में गंगा नदी के कटान से पानी में समाता मकान। जागरण

    जागरण टीम, कानपुर। गंगा नदी में बढ़ता जलस्तर फर्रुखाबाद से लेकर फतेहपुर तक कहर बरपा रहा है। फर्रुखाबाद में गंगा और रामगंगा के बढ़ते जलस्तर से गांवों में पानी भर गया है। संपर्क मार्गों में तेज बहाव है। इधर, कानपुर, कन्नौज और फतेहपुर के तटवर्ती क्षेत्रों में भी बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है। सैकड़ों एकड़ फसल डूब चुकी है। लोगों को राहत शिविर की तरफ ले जाया जा रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Farrukhabad में गंगा और रामगंगा का कहर

    गंगा खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर बह रही हैं। शनिवार को नरौरा बांध से 143570 क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा गया है। रामगंगा का जलस्तर 15 सेंटीमीटर घटकर चेतावनी रेखा के करीब 136.45 मीटर ऊंचाई के पार हो गया है। खो, हरेली, रामनगर से रामगंगा में 10875 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गंगा की बाढ़ का पानी गांवों में भरा हुआ है। कई संपर्क मार्गो पर तीन फीट से अधिक पानी तेज धार से बहने से गांवों का संपर्क टूट गया है। ग्रामीणों को नाव के सहारे आवाजाही करनी पड़ती है। बाढ़ के पीड़ितों को खाने के सामान व दवा की समस्या हो गई है।

    ग्राम प्रधान के कार्यालय सहित पांच मकान गंगा में समाए

    कई दिनों से चल रहा कटान शनिवार को भी जारी रहा। दिन में ग्राम प्रधान के कार्यालय सहित पांच मकान देखते ही देखते गंगा में समा गए। जिससे अब ग्रामीणों की चिंता और बढ़ गई है। उसी से सटे गांव पृथ्वीपुर में गत सप्ताह ही सभी मकान गंगा की तेज धार में बह गए थे। मात्र एक मकान बचा था, उसमें भी दरारें आने की सूचना है। गंगा में बाढ़ के चलते गांव पंखियन की मड़ैया में करीब 15 दिन से कटान चल रहा है। 

    किशोरी को बचाया, युवक का पता नहीं

    कादरीगेट थाना क्षेत्र के पांचालघाट पर शनिवार तड़के शाहजहांपुर के शेरामऊ दक्षिण थाना क्षेत्र के गांव दर्रामऊ निवासी एक 15 वर्षीय किशोरी संदिग्ध हालात में गंगा में डूब गई। चीख पुकार सुनकर पुलिस ने नाविकों को बुलाकर किशोरी को सुरक्षित बाहर निकलवाया। किशोरी के पिता भी मौके पर मौजूद थे। उन्होंने पुलिस को बताया कि वे गंगा स्नान करने आए थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पांचालघाट पर शुक्रवार शाम बंदखेड़ा निवासी 22 वर्षीय शिवम अपने स्वजन के साथ गंगा नहाने आया था। स्नान के दौरान तेज बहाव में बह गया था। इसके बाद से लगातार उसकी तलाश की जा रही है। शनिवार को भी युवक का पता नहीं चल पाया। परिजन घाट पर डटे हुए हैं और उनका रो-रोकर बुरा हाल है। एनडीआरएफ और फ्लड पीएसी के अलावा गोताखोर भी युवक की तलाश में जुटे हुए हैं।

    Kanpur में खेतों और सड़कों में भरा गंगा का पानी

    कानपुर में गंगा का जलस्तर 24 घंटे में 12 सेंटीमीटर घट गया। जलस्तर चेतावनी बिंदु से शनिवार को आठ सेंटीमीटर कम हो गया। शुक्रवार को शुक्लागंज की तरफ गंगा का जलस्तर 113.04 मीटर पहुंच गया था। जो शनिवार को 112.92 मीटर पहुंच गया है। चेतावनी बिंदु 113 मीटर है। हालांकि अभी खेतों व सड़क पर पानी भरा है। इसके चलते ग्रामीणों को निकलने के लिए जूझना पड़ रहा है। सिंचाई विभाग और प्रशासन के अफसरों ने गंगा का जलस्तर घटने के राहत की सांस ली।

    Fatehpur में गंगा और यमुना दोनों का जलस्तर खतरे पर

    गंगा का जलस्तर शनिवार को 16 सेमी घटते क्रम में दर्ज किया गया है। बाढ़ चौकी में रोके 443 परिवारों की दिक्कतें अभी कम नहीं हुई हैं। बिंदकी तहसील के तीन गांव की दो हजार बीघे की फसलें डूबी हैं। गंगा का जलस्तर 16 सेमी घटकर 100.98 मीटर रहा है। गंगा खतरे के निशान से अभी भी 12 सेमी ऊपर बह रही हैं। उधर यमुना का जलस्तर 84 सेमी बढ़ कर 90.24 मीटर जा पहुंचा हैं। बाढ़ प्रभारी निखिल श्रीवास्तव ने बताया कि शुक्रवार को गंगा का जलस्तर 16 सेमी घटते क्रम में दर्ज किया है और यमुना का जलस्तर 84 सेमी बढ़ते क्रम में दर्ज किया गया है।

    Unnao में गंगा की बाढ़, नाव से आवागमन

    गंगा नदी का जलस्तर बीते 13 घंटे में सात सेंटीमीटर और घटा है। केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के अनुसार बीते शुक्रवार को शाम छह बजे गंगा का जलस्तर 113.030 मीटर रिकार्ड किया गया था। जो शनिवार को सुबह सात बजे 13 घंटे में सात सेंटीमीटर और घटकर 112.960 मीटर हो गया है। शुक्लागंज में अब गंगा नदी खतरे के निशान से चार सेंटीमीटर नीचे पहुंच गईं हैं। गंगा नदी के खतरे के निशान से चार सेंटीमीटर नीचे पहुंचने पर तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली। वहीं कटरी क्षेत्र में बाढ़ फसलें खराब हो रही है। जिससे किसान चिंतित हैं। जलस्तर में कमी आने के कारण लोग नाव से आवागमन कर रहे हैं।

    Kannauj में गंगा और काली नदी के तटवर्ती क्षेत्र में बाढ

    कन्नौज के कटरी क्षेत्र में जिधर भी नजर जाए उस तरफ पानी ही पानी नजर आएगा। बाढ़ का पानी झोपड़ी से लेकर मकानों में भरा हुआ है। इससे बाढ़ प्रभावित लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, बीते करीब चार माह से कासिमपुर गांव में गंगा के बहाव से हो रहे कटान को रोकने के लिए सिंचाई विभाग ने साढ़े चार करोड़ से तटबंध बनाने का फैसला लिया है। शनिवार को शहर के मेहंदी घाट पर गंगा का जलस्तर 125.60 मीटर दर्ज किया गया है। इससे अब खतरे के निशान 125.97 मीटर से 37 सेंटीमीटर जलस्तर दूर है। करीब 20 दिनों से कासिमपुर, बख्सीपुर्वा समेत 14 गांव में घुटनों से पानी भरा हुआ है। इससे गांव टापू जैसे नजर आते हैं। हर तरफ बाढ़ की दहशत दिखाई दे रही है।