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    UP के इस जिले में बनकर तैयार हो गई डिफेंस कोरिडोर की पहली यूनिट, PM करेंगे उद्घाटन; अडाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस में बनेंगे सेना के उत्पाद

    Updated: Wed, 17 Jan 2024 02:39 PM (IST)

    रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता व सेना के लिए अस्त्र-शस्त्र गोलियां गोला-बारूद व आधुनिक तकनीक से बनने वाले हथियारों की आपूर्ति में बेहतरी लाने के लिए साढ़ स्थित डिफेंस कारिडोर में अदाणी समूह को प्रदेश में अलग-अलग जिलों में स्थित सभी नोड में से अधिक जमीन आवंटित की गई है। समूह यहां पर एशिया का सबसे बड़ा एम्यूनेशन कांप्लेक्स यानी अस्त्र-शस्त्र निर्माण क्षेत्र विकसित कर रहा है।

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    Kanpur: साढ़ में निर्माणाधीन डिफेंस कारिडोर l जागरण

    शिवा अवस्थी, कानपुर। सीमा पर देश के दुश्मनों से लोहा लेने वाले सैनिकों के लिए आधुनिक हथियारों की उपलब्धता की सोच के साथ विकसित किए जा रहे साढ़ स्थित डिफेंस कारिडोर की पहली यूनिट तैयार हो गई है। मार्च तक उत्पादन शुरू हो जाएगा।

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    अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस की इस यूनिट में सेना के उत्पाद बनने से शहर का नाम फिर वैश्विक स्तर पर चमकेगा। इसका लोकार्पण फरवरी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों कराने की लगभग सहमति बन गई है। जिला प्रशासन भी तैयार है। बस तारीख तय होने के बाद काम धरातल पर उतरेगा।

    रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता व सेना के लिए अस्त्र-शस्त्र, गोलियां, गोला-बारूद व आधुनिक तकनीक से बनने वाले हथियारों की आपूर्ति में बेहतरी लाने के लिए साढ़ स्थित डिफेंस कारिडोर में अदाणी समूह को प्रदेश में अलग-अलग जिलों में स्थित सभी नोड में से अधिक जमीन आवंटित की गई है। समूह यहां पर एशिया का सबसे बड़ा एम्यूनेशन कांप्लेक्स यानी अस्त्र-शस्त्र निर्माण क्षेत्र विकसित कर रहा है।

    इससे आर्डिनेंस फैक्ट्रियों के बाद देश-विदेश तक कानपुर का नाम रक्षा उत्पादन में नया कीर्तिमान गढ़ेगा। सूत्रों के अनुसार, डिफेंस कारिडोर की पहली यूनिट में आधुनिक मशीनों के परीक्षण का काम अंतिम चरण में है। इनके उत्पादन लायक स्थिति मिली है।

    अदाणी समूह की पहली यूनिट लगभग तैयार हो गई है। अगले महीनों में उत्पादन शुरू करने के लिए समूह के अधिकारी तत्परता से काम कर रहे हैं। जिला प्रशासन जरूरत के अनुसार सहयोग दे रहा है। -विशाख जी, जिलाधिकारी

    499 एकड़ जमीन आवंटित की गई थी अदाणी समूह को यहां पर
    200 एकड़ में एशिया का सबसे बड़ा अस्त्र-शस्त्र निर्माण क्षेत्र बन रहा
    1500 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की है कार्ययोजना
    3 नोड हैं डिफेंस कारिडोर के कानपुर और बुंदेलखंड क्षेत्र में

    मिलेंगे रोजगार, चित्रकूट-झांसी से भी जुड़ाव

    साढ़ स्थित डिफेंस कारिडोर में काम शुरू होने से रोजगार के अवसर सृजित होंगे। आसपास के क्षेत्र में विकास के नए मापदंड स्थापित करने में मदद मिलेगी। डिफेंस कारिडोर के बुंदेलखंड स्थित झांसी व चित्रकूट नोड का भी यहां से जुड़ाव भविष्य में करने से आसानी रहेगी। तकनीक का आदान-प्रदान भी विशेषज्ञ कर सकेंगे।