ड्रोन की अफवाह से डरे लोग, पुलिस नहीं निकाल पा रही कोई उपाय
घाटमपुर क्षेत्र में ड्रोन से रेकी और चोरी की अफवाहों से ग्रामीण दहशत में हैं। पुलिस और प्रशासन के पास ड्रोन के बारे में कोई जानकारी नहीं है। अफवाहों के कारण निर्दोष लोग शिकार हो रहे हैं जैसे कि गूगल की कार को चोरों की कार समझकर पीटा गया। पुलिस ने ग्रामीणों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।

संवाद सहयोगी, घाटमपुर । गांवों में ड्रोन से रेकी करने, चोरी करने आदि की अफवाहें फैली हैं। कई गांवों से ड्रोन देखे जाने और बीच-बीच में हो रही चोरी की घटनाओं से इन अफवाहों को बल मिला है। लेकिन, पुलिस व प्रशासन के पास ड्रोन के संबंध में न तो कोई जानकारी है और न ही इन अफवाहों से निपटने के उपाय। इससे ग्रामीणों के अंदर डर है। अफवाहों को बल मिलने से निर्दोष शिकार बन रहे हैं।
घाटमपुर, साढ़, सजेती व पतारा क्षेत्र के गांवों में बीते दिनों ड्रोन देखे गए। इन्हीं दिनों कुछ गांवों में हुई चोरी से अफवाह फैली की चोर ड्रोन के जरिए रेकी करते हैं और गांवों पर नजर रखते हैं। इसके बाद चोरी को अंजाम दिया जाता है। चोरी के डर से ग्रामीण रातों को लाठी-डंडा लेकर सड़क पर निकल आए और पहरा देने लगे। अफवाहों को बल मिला तो पुलिस के पास ड्रोन दिखने, बदमाश दिखने आदि की फर्जी शिकायतें भी पहुंचने लगीं।
पुलिस ने ग्रामीणों संग बैठक करके ड्रोन बताया अफवाह
इससे पुलिस रातों को हलकान रही। पुलिस ने ग्रामीणों संग बैठक करके ड्रोन और चोरी को अफवाह करार दिया और इन पर भरोसा न करने को कहा। ग्रामीणों का कहना है कि हो सकता है कि ड्रोन देखे जाने और उनका चोरी से संबंध न हो। लेकिन, जिस तरह ड्रोन रात को उड़ते दिख रहे हैं और उनके संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल रही है। उससे लोगों में डर है।
मामले में उपजिलाधिकारी अबिचल प्रताप सिंह का कहना है कि उनके विभाग के द्वारा कोई भी सर्वे ड्रोन से नहीं कराया जा रहा है। अन्य कोई विभाग अगर करा भी रहा है तो उसकी जानकारी उन्हें नहीं दी गई है। वहीं, एसीपी कृष्णकांत यादव के मुताबिक थाना व चौकी प्रभारियों को इस संबंध में निर्देश दिए थे। लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने के लिए भी कहा गया है।
अफवाह का शिकार बने निर्दोष
ड्रोन से रेकी करके चोरी की अफवाह का शिकार निर्दोष लोग बने। बीते दिनों साढ़ के महोलिया गांव में लोगों ने गूगल की स्ट्रीट व्यू मैपिंग कार को लोगों ने चोरों की कार समझ लिया था। कार के ऊपर लगे 360 डिग्री कैमरा से उन्हें गांव में रेकी करने का शक हुआ। ग्रामीणों ने कार सवार नेवीगेटर समेत अन्य दो कर्मियों को जमकर पीट दिया था।
मामले में पुलिस ने प्रधान समेत तीन नामजद व अज्ञात पर रिपोर्ट भी दर्ज की थी। वहीं, इसके बाद सजेती क्षेत्र में रिश्तेदारी में जा रहे बाइक सवार दो युवक भटककर चंदापुर गांव पहुंच गए थे। इस पर ग्रामीणों ने उन्हें चोर समझकर पीटा था।
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