Kanpur News: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के आध्यात्मिक गुरु हरिदास महाराज का निधन, अनुयायियों में शोक की लहर
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के आध्यात्मिक गुरु हरिदास महाराज का निधन हो गया। उनके निधन से अनुयायियों में शोक की लहर दौड़ गई। 84 वर्ष की उम्र में हुआ बीमारी के चलते निधन हुआ। श्रद्धालु रात में ही श्यामनगर स्थित उनके आश्रम हरिहर धाम पहुंचे। बिठूर में उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के आध्यात्मिक गुरु हरिदास महाराज (संतोष कुमार द्विवेदी) का शनिवार देर रात निधन हो गया। 84 वर्ष के थे। उनके निधन की सूचना मिलते ही उनके अनुयायियों में शोक की लहर की लहर फैल गई। बड़ी संख्या में श्रद्धालु रात ही श्यामनगर स्थित उनके आश्रम हरिहर धाम पहुंचे। बताया जा रहा है कि केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिन बाद राजनाथ अपने आध्यात्मिक गुरु संतोष द्विवेदी के स्वजनों से दो दिन बाद आकर मिलेंगे
मूलरूप से हरदोई के सवायजपुर निवासी संतोष कुमार द्विवेदी लगभग 45 वर्ष पहले संन्यास लेकर साधु बन गए थे। वह अपने शिष्यों के बीच हरिदास महाराज के नाम से प्रसिद्ध हैं। करीब 35 वर्ष पहले उन्होंने श्यामनगर में हरिहर धाम नाम से आश्रम स्थापित किया। शनिवार रात करीब आठ बजे उनकी तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद उन्हें सेवन एयरफोर्स हास्पिटल ले जाया गया। डाक्टरों ने कोशिश की, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। हरिदास महाराज का पार्थिव शरीर इसके बाद आश्रम लाया गया, जहां उनके निधन की सूचना मिलते ही भक्तों की भीड़ जमा हो गई। देर रात आश्रम में भजन कीर्तन चल रहा था।
गुरु जी का पार्थिव शरीर को सेना के फूलों से सजे ट्रक से बिठूर ले जाया जा रहा है। जागरण
हरिहर दास महाराज के परिवार में दो बेटियां हैं और दोनों डाक्टर हैं। दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है। पत्नी मिथलेश द्विवेदी का 22 जून 2021 को निधन हो चुका है। गुरुमाता के निधन की सूचना मिलने के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 10 मई को तेरहवीं संस्कार में शामिल होने के लिए कानपुर आए थे। प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने पर राजनाथ सबसे पहले आशीर्वाद लेने जब कानपुर आए तो सामने आया था कि इनके आध्यात्मिक गुरु हरिदास महाराज हैं। हर चुनाव से पहले राजनाथ सिंह अपने गुरु का आशीर्वाद लेने आए हैं। वर्ष 2014 में गृह मंत्री और 2019 में रक्षा मंत्री बनने के बाद भी वह आश्रम आना नहीं भूले थे।
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