Deaths Due to COVID-19: ट्विटर पर भाई के लिए मदद मांगती रही यह अभिनेत्री, आखिरकार नहीं बचा पाई जान
Deaths Due to COVID-19 बाॅलीवुड में लालरंग जैसी हिंदी फिल्म में काम कर चुकी दक्षिण भारतीय अभिनेत्री पिया के भाई विकास (35) इटावा के कृष्णापुरम में माता-पिता के साथ रहते थे। वह यहां जिम चलाते थे। उनके पिता वीके बाजपेयी एक इंश्योरेंस कंपनी से विकास अधिकारी पद से सेवानिवृत्त हैैं।
फर्रुखाबाद, जेएनएन। Deaths Due to COVID-19 'कॉलीवुडÓ अभिनेत्री पिया बाजपेयी के कोरोना संक्रमित भाई विकास बाजपेयी की मंगलवार सुबह कायमगंज स्थित एल-2 अस्पताल में मौत हो गई। पिया ट्विटर व अन्य इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म पर भाई के लिए वेंटीलेटर युक्त बेड की गुहार लगाती रही, लेकिन मदद नहीं मिली।
उन्होंने मंगलवार सुबह 6:54 मिनट पर ट्वीट किया था कि वेंटिलेटर युक्त बेड की जरूरत है। मेरा भाई मर रहा है कोई उसकी मदद करे। पहली पोस्ट के 2.19 घंटे बाद उन्होंने एक और पोस्ट लिखा कि मेरे भैया नहीं रहे। अस्पताल के चिकित्सक ने कहा कि जिले में वेंटीलेटर युक्त बेड नहीं हैैं। उनकी हालत गंभीर देख वेंटीलेटर वाले अस्पताल ले जाने की सलाह दी थी, लेकिन वह यहीं किसी चिकित्सक से परामर्श लेकर इलाज कराते रहे और रेमडेसिविर इंजेक्शन भी लगवा लिया जिससे उनकी हालत और खराब हो गई थी जबकि सीएमओ का कहना है कि बाजार में रेमडेसिविर नहीं है, यदि लगा होगा तो सरकारी स्तर से ही।
इटावा के कृष्णापुरम में है निवास: बाॅलीवुड में लालरंग जैसी हिंदी फिल्म में काम कर चुकी दक्षिण भारतीय अभिनेत्री पिया के भाई विकास (35) इटावा के कृष्णापुरम में माता-पिता के साथ रहते थे। वह यहां जिम चलाते थे। उनके पिता वीके बाजपेयी एक इंश्योरेंस कंपनी से विकास अधिकारी पद से सेवानिवृत्त हैैं। विकास के पिता ने बताया कि विकास को एक सप्ताह पहले टायफाइड हुआ था। सीटी स्कैन भी कराया था। उसके बाद डॉक्टरों ने इलाज कराने की सलाह दी थी। इस पर उन्होंने फर्रुखाबाद सीएमओ कार्यालय में कार्यरत दामाद अभिषेक मिश्रा से मदद मांगी। उनके बुलाने पर 29 अप्रैल को विकास को फर्रुखाबाद लाए। विकास को एल-2 हॉस्पिटल कायमगंज में भर्ती कराया गया।
इनका ये है कहना:
- एल-2 हॉस्पिटल के डॉ. शिवप्रकाश के अनुसार विकास का ऑक्सीजन लेवल अस्थिर था। विकास को उसी दिन हायर सेंटर रेफर कर दिया था लेकिन स्वजन नहीं ले गए। वह यहीं किसी चिकित्सक की सलाह पर इलाज करते रहे। विकास ने कहा तो रेमडेसिविर इंजेक्शन लगवाने से सख्ती से रोका था। इसके बावजूद विकास ने किसी डॉ. नदीम से इंजेक्शन मंगवाकर लगवा लिया। इसी के बाद हालत और बिगड़ गई थी।
- सीएमओ डॉ. वंदना सिंह ने कहा कि विकास को सैफई मेडिकल कालेज के लिए रेफर किया गया था, लेकिन इस बीच उनकी मौत हो गई। मरीज को रेमडेसिविर लगा या नहीं, ये फाइल में देखने से पता चलेगा। अगर लगा होगा तो सरकारी स्तर से लगा होगा क्योंकि बाजार में रेमडेसिविर नहीं है।