Cyber Crime: साइबर हैकर ने लगाई आयुष्मान में सेंध, स्वास्थ्य विभाग में मच गई खलबली
साइबर हैकर ने आयुष्मान मित्र की आइडी से कई गोल्डन कार्ड बनाए हैंख् जांच में पंजाब और हरियाणा में भी कार्ड बनाए जाने की जानकारी मिली है। तीन मोबाइल नंबरों के आधार पर मुकदमा दर्ज कराया गया है और कार्ड भी निरस्त किए जाएंगे।
कानपुर देहात, जेएनएन। हैकरों की करतूत ने स्वास्थ्य विभाग में खलबली मचा दी। आयुष्मान मित्र की आइडी हैक कर 140 लोगों के गोल्डन कार्ड बना डाले। जानकारी मिलते ही आइडी बंद कराकर अज्ञात लोगों के खिलाफ अकबरपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं जिले के अलावा पंजाब व हरियाणा में भी ऐसे ही गोल्डन कार्ड बनाने की जानकारी मिल रही है। अब कार्ड निरस्त कराने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
जिला अस्पताल में आयुष्मान मित्र का काम पूनम सक्सेना देखती हैं। वह पात्र लोगों का गोल्डन कार्ड बनाने के साथ ही उनके जिला अस्पताल में इलाज में मदद करती हैं। शनिवार को उनकी बीआइएस आइडी और जीमेल आइडी हैक कर ली गई। बीआइएस आइडी से गोल्डन कार्ड बनाने के लिए आवेदन किया गया और जीमेल पर आए वनटाइम पासवर्ड (ओटीपी) इस्तेमाल किए जाते रहे। एक साथ इतने गोल्डन कार्ड बनने की आयुष्मान योजना के लखनऊ अधिकारी दीपक कुमार को जानकारी हुई तो उन्होंने पूनम से पूछा। उन्होंने बताया कि दो-तीन दिन में एक भी कार्ड नहीं बनाया है।
इस बीच पता चला कि जिले के अलावा पंजाब, हरियाणा में भी कार्ड बने हैं। जानकारी स्वास्थ्य विभाग को मिली तो सभी सकते में आ गए। इसके बाद आइडी बंद करा दी गईं। अकबरपुर थाना प्रभारी तुलसीराम पांडेय ने बताया कि पूनम की तहरीर पर तीन मोबाइल नंबरों के आधार पर मुकदमा दर्ज किया है। आयुष्मान योजना के जिले में नोडल अफसर एसीएमओ डा. एसएल वर्मा ने बताया कि खंगाला जा रहा है कि कहां-कहां और कितने कार्ड बने हैं। इन्हें निरस्त कराने का काम शुरू हो गया है।
मोबाइल फोन से मैसेज कर आइडी खोलने को कहा
आइडी बंद होने के बाद तीन मोबाइल नंबरों से आयुष्मान मित्र को मैसेज किया गया और फिर से आइडी खोलने की बात कही गई। पूनम का कहना है कि पता लगते ही सबसे पहले विभाग में जानकारी दी।