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    सुप्रीम कोर्ट के जैसा बनाया सेटअप, फिर जज बन साइबर ठग बोला- 48 से 72 घंटे में वापस आ जाएंगे पैसे, पहले...

    Updated: Tue, 16 Dec 2025 06:30 AM (IST)

    नवंबर में बर्रा के सेवानिवृत्त इंजीनियर और उनकी पत्नी को 11 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 42.50 लाख रुपये की ठगी की गई। उन्हें जेट एयरबेस के मालिक नर ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, कानपुर। जिस तरह से ठगों ने सेवानिवृत्त डीजीएम को डिजिटल अरेस्ट कर 53 लाख की ठगी की है, ठीक उसी तरह से नवंबर में बर्रा के सेवानिवृत्त इंजीनियर और उनकी पत्नी को भी 11 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 42.50 लाख रुपये ठगे थे। दोनों को जेट एयरबेस के मालिक नरेश गोयल के साथ मनी लांड्रिंग मामले में फंसाकर शिकार बनाया।

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    यही नहीं, डराने के लिए ठग ने सुप्रीम कोर्ट का सेटअप दिखा आनलाइन सुनवाई कर आदेश भी सुनाया था। सेवानिवृत्त डीजीएम से जमानत बांड के लिए 10 लाख रुपये जमा कराने के आदेश दिए थे। साइबर क्राइम टीम दोनों मामलों को जोड़कर जांच में जुटी है।

    पीड़ित रमेश चंद्र के मुताबिक सीबीआइ अधिकारी बन बात करने वाले व्यक्ति ने उनसे वीडियो काल पर कहा कि आपके म्यूचुअल फंड, शेयर और पीपीएफ अकाउंट, बैंक खाते, लाकर सीज किए जाते हैं। परिवार के सभी खातों के कागजात साझा करने का निर्देश दिया जाता है। इसके बाद चार अक्टूबर को कहा कि पीपीएफ खाते में 15,31,781 रुपये अलीगढ़ स्टेट बैंक आफ इंडिया पीपीएफ खाते से एसबीआइ के कानपुर के खाते में करा लो। शेयर बेच दो और म्यूचुअल फंड को रिडीम कराकर अपने खाते में रुपये कराओ। इस संपत्ति की जांच सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में आरबीआइ करेगा।

    बैंक जाने पर भी रखवाई कॉल चालू

    इसके लिए बैंक जाने की बात कही तो बताया गया कि काल चालू रखो। पीड़ित नौ अक्टूबर को ठग के बताए अनुसार फ्लैट से उतरकर कार में बैठे और अपने एसबीआइ मुख्य शाखा पहुंचकर 20 लाख रुपये उसके तिरुपति केटी रोड के बैंक आफ बड़ौदा में थानवी इलेक्ट्रिकल एंड मैकेनिक नाम के खाते में 20 लाख रुपये आरटीजीएस कराए। इसी तरह से पीड़ित ने 20 नवंबर को म्यूचुअल फंड में जमा 23 लाख निकलवाए और इंडसइंड बैंक की शाखा में आरटीजीएस करा दिए थे। इसके बाद सीबीआइ अधिकारी बने ठग ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की जानकारी दी। वीडियो काल पर सुप्रीम कोर्ट का सेटअप दिखाया।

    इस दौरान एक जज सामने बैठे दिखे। उन्होंने कहा कि 48 से 72 घंटे में आपके रुपये वापस आ जाएंगे। शर्त यह है कि जमानत सिक्योरिटी बांड 10 लाख रुपये जमा करा दो। इसके बाद पत्नी के आइसीआइसीआइ बैंक वाले खाते से बताए गए ओडिसा राज्य के परलाखेमुंडी जिले में बस स्टैंड के आकांक्षा कामर्शियल के नाम से एक्सिस बैंक के करंट खाते में 11 दिसंबर को 10 लाख ट्रांसफर करा दिए।

    इसके बाद वीडियो काल कट गई। कोहना थाना प्रभारी विनय तिवारी ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर फर्जी सीबीआइ अधिकारी बने ठग के तीन मोबाइल नंबर, कोलाबा पुलिस स्टेशन के नाम से आए दो मोबाइल नंबर और तीन अन्य मोबाइल नंबर व सीबीआइ अधिकारी बने एसके जायसवाल के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी, आइटी एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।

    डायलिसिस कराने के दौरान भी फोन रखते थे चालू

    पीड़ित के रिश्तेदार ने बताया कि ठगों ने साढ़ू को 69 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर उनकी मनोदशा बिगाड़ दी। वीडियो काल चलती रहती थी। साढ़ू और उनकी पत्नी जब रात में सोती थीं तो उन्हें ठग एकाएक तेज आवाज देकर उठा देते थे।

    यहां तक एक सप्ताह में दो बार डायलिसिस होती थी तो भी ठग उनसे मोबाइल चालू रखने के लिए कहते थे। ऐसा न करने पर धमकाते थे। यही नहीं जब नोएडा से बेटा घर आता तो वह क्या कर रहा है, उसे भी वीडियो काल कर देखते रहते थे।