किसानों के लिए सीएसए कृषि विश्वविद्यालय में बनेगा कैफेटेरिया, जानिए-क्या मिलेगा फायदा
अभी तक चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं तकनीकी विश्वविद्यालय में किसानों को फसलों के प्रबंधन और प्रजातियों तथा मिट्टी संरक्षण आदि के बारे में बताया जाता है लेकिन अब क्रॉप कैफेटेरिया में हर पौधे पर उसकी जानकारी होगी ।
कानपुर, जेएनएन। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में किसानों के लिए कैफेटेरिया बनाया जा रहा है, जिसमें उन्हें नई प्रजाति के बीज और पौधों के बारे में जानकारी दी जाएगी। साथ ही इनसे फसल प्रबंधन से आय बढ़ाने की की भी जानकारी दी जाएगी।
कृषि विश्वविद्यालय की ओर से किसानों को फसलों के प्रबंधन, प्रजातियां, मिट्टी और पानी के संरक्षण, कीट, रोग आदि के बारे में बताया जाता है ताकि अच्छी पैदावार हो सके। उनकी आय में इजाफा करने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाता है। अब किसानों के लिए नए तरीके से बीजों और पौधों को चयनित करना क्रॉप कैफेटेरिया में सिखाया जाएगा। विश्वविद्यालय, शाक भाजी अनुसंधान संस्थान, कृषि विज्ञान केंद्रों और कृषि विभाग की खाली भूमि पर क्रॉप कैफेटेरिया तैयार किया जाएगा। इस कैफेटेरिया से किसानों को बीज और पौध की जानकारी मिल जाएगी।
निदेशक शोध डॉ. एचजी प्रकाश ने बताया कि इसमें विश्वविद्यालय की ओर से विकसित की गई प्रजातियां ही लगाई जाएंगी, जिससे किसानों को बीजों के बारे में सही तरीका पता चल सके। उस प्रजाति को किस समय बोना सही रहेगा, कौन-कौन सी सावधानियां आवश्यक हैं।
फूल खिलने, फल आने का ब्योरा
क्रॉप कैफेटेरिया में फसलों की प्रजातियों के फूल खिलने, फल आने, कटाई और फसल प्रबंधन की जानकारी रहेगी, इसमें बड़े बोर्ड लगाए जाएंगे। उनपर जानकारियां लिखी हुई होंगी। किसानों को पॉलीहाउस, किचन गार्डन, जैविक खेती, गो आधारित खेती के बारे में जानकारी दी जाएगी।
कुपोषण दूर करने वाली प्रजातियां
ग्रामीण क्षेत्रों में कुपोषण की समस्या को देखते हुए ऐसी प्रजातियां भी प्रदर्शित की जाएंगी, जिसके नियमित सेवन से बच्चे अच्छी तरह से पोषित हो सकेंगे।