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इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ इस तरह ले सकते हैं बीटेक ऑनर्स की डिग्री

आनलाइन कोर्स करने पर इंजीनियरिंग के छात्र छात्राओं की डिग्री की अहमियत बढ़ जाएगी और प्लेसमेंट के समय भी वरीयता मिलने के आसार होंगे और काफी मदद मिल सकती है।

By AbhishekEdited By: Published: Sun, 16 Sep 2018 04:24 PM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 10:37 AM (IST)
इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ इस तरह ले सकते हैं बीटेक ऑनर्स की डिग्री
इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ इस तरह ले सकते हैं बीटेक ऑनर्स की डिग्री

कानपुर (जागरण संवाददाता)। इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए बीटेक ऑनर्स की डिग्री पाना अब आसान हो गया है। अभी तक ऑनर्स डिग्री के लिए स्टूडेंट्स काफी परेशान रहते थे और कोई विकल्प भी नहीं था। लेकिन अब इसके लिए उन्हें अतिरिक्त मेहनत या अलग पढ़ाई करने की जरूरत नहीं है। उनके लिए ऑनलाइन कोर्स तैयार किया गया है, जिसके माध्यम से वे अपना मुकाम हासिल कर सकते हैं।

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बढ़ जाएगी डिग्री की अहमियत

विभिन्न शिक्षण संस्थानों में हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं इंजीनियरिंग की पढ़ाई करते हैं। ïकिताबी ज्ञान के साथ ही वह प्रायोगिक जानकारी भी लेते हैं। इसके साथ अगर वह आनलाइन कोर्स कर लेंगे तो उनकी डिग्री की अहमियत बढ़ जाएगी। इसके साथ ही यदि कहीं पर किसी के प्लेसमेंट सेल में साक्षात्कार देंगे तो भी वरीयता मिलने के आसार होंगे। वहीं नौकरी पाने के समय भी यह डिग्री उन्हें काफी मदद कर सकती है।

एनपीटेल व एकेटीयू ने तैयार किया ऑनलाइन कोर्स

इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए नेशनल प्रोग्राम आन टेक्निकल इनहैंस्ड लर्निंग (एनपीटेल) व डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (एकेटीयू) द्वारा ऑनलाइन कोर्स तैयार किए जाएंगे। इसमें छात्र-छात्राएं अपना पंजीकरण करा उनकी पढ़ाई कर सकते हैं। आमतौर पर इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं को चार वर्षों की पढ़ाई के दौरान बीटेक की डिग्री के लिए 160 क्रेडिट (अंक या स्कोर) हासिल करने होते हैं। एनपीटेल व एकेटीयू द्वारा तैयार ऑनलाइन कोर्स की पढ़ाई कर वह 20 अतिरिक्त क्रेडिट हासिल कर सकेंगे, इससे उन्हें बीटेक ऑनर्स की डिग्री मिल जाएगी।

चार से बारह हफ्तों तक के होंगे पाठ्यक्रम, विकसित होगी पर्सनालिटी

इन आनलाइन पाठ्यक्रम की अवधि चार हफ्तों से लेकर 12 हफ्तों तक होगी। हर कोर्स के लिए अलग-अलग क्रेडिट तय किया गया है। एनपीटेल व एकेटीयू की ओर से तैयार किए जाने वाले पाठ्यक्रमों से जहां छात्र-छात्राओं की योग्यता को बेहतर बनाया जाएगा, उनकी पर्सनालिटी को भी विकसित किया जाएगा। कोर्स कौन-कौन से होंगे और फीस कितनी होगी, इसकी जानकारी छात्र एनपीटेल की वेबसाइट व एकेटीयू द्वारा कॉलेजों को दी जाने वाली जानकारी से कर सकते हैं।

इसी सत्र से लागू हुई सुविधा

एकेटीयू में अंडरग्रेजुएट स्टडीज एंड एंटरप्रेन्योरशिप के डीन प्रो. विनीत कंसल कहते हैं कि एकेटीयू द्वारा आनलाइन कोर्स इसी सत्र से लागू किए गए हैं। छात्र-छात्राएं चार वर्षों में कभी भी इनकी पढ़ाई कर सकते हैं। हालांकि इस बात का ध्यान रखना होगा कि उन्होंने बैक पेपर न दिया हो और उनका सीजीपीए 10 में से 7.5 हो।


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