Kanpur Boat Club : गंगा तट पर दिखा गोवा जैसा नजारा, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने दिखाई हरी झंडी
कानपुर में बोट क्लब का सपना साकार हो गया है। गंगा तट पर गोवा जैसा नजारा दिखा है। लवकुश बैराज पर पहला ट्रायल पूरा हुआ है। वहीं गंगा पूजन के बाद पीएसी बैंड की धुन पर नौकाओं ने मार्चपास्ट भी किया है।
नंबर गेम:::
-12 वर्ष पहले वर्ष 2011 में देखा गया था बोट क्लब का सपना
-41 नौकाओं ने मार्च पास्ट कर अतिथियों को दी सलामी
-13.50 करोड़ की लागत से हुई है बोट क्लब की स्थापना
-03 करोड़ की नौकाएं जलक्रीड़ा का देंगी रोमांच
कानपुर, जागरण संवाददाता। लवकुश गंगा बैराज पर 12 वर्ष पहले देखे गए बोट क्लब का सपना शनिवार को साकार हो गया। गंगा पूजन और आरती के बाद ट्रायल के लिए रंग-बिरंगी नौकाओं को गंगा की लहरों पर उतारा गया। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने हरी झंडी दिखाई, जिसके बाद पीएसी बैंड की धुन पर नौकाओं ने मार्चपास्ट किया। इस दौरान, गंगा तट पर गोवा के बीच जैसा नजारा देखने को मिला। राफ्ट, मोटर बोट्स, वाटर स्कूटर, ड्रैगन बोट्स, कयाक, कैनोइंग और रोइंग नौकाओं को देखने के लिए बड़ी संख्या में शहरवासी पहुंचे। जलक्रीड़ा के रोमांच का सभी ने तालियां बजाकर स्वागत किया। शंखनाद से शुरू आयोजन पीएसी बैंड की धुन पर राष्ट्रगान के साथ समाप्त हुआ।
बोट क्लब के ट्रायल समारोह में विधानसभा अध्यक्ष के अलावा महापौर प्रमिला पांडेय, सांसद सत्यदेव पचौरी, देवेंद्र सिंह भोले, दैनिक जागरण के संपादकीय निदेशक डा. महेन्द्र मोहन गुप्त, निदेशक संदीप गुप्त, विधायक सुरेंद्र मैथानी, अभिजीत सिंह सांगा, एमएलसी अरुण पाठक, जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरुण, आइआइटी निदेशक अभय करंदीकर, मंडलायुक्त डा.राजशेखर, पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना और डीएम विशाख जी अय्यर और बोट क्लब के सचिव नीरज श्रीवास्तव ने शिरकत की। मंत्रोच्चारण के बीच अतिथियों ने बारी-बारी दुग्धाभिषेक कर मां गंगा को पुष्प अर्पित किए। इसके बाद 41 नौकाओं ने मार्च पास्ट कर अतिथियों को सलामी दी। कयाक बोट रेस के रोमांच से शहरवासी अभिभूत नजर आए। इस दौरान, जलक्रीड़ा विंग के कोच राम निरंजन समेत अन्य तकनीकी टीम के सदस्यों को प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया गया।
लवकुश की लगेगी प्रतिमा, लहराएगा शहर का सबसे बड़ा तिरंगा- मुख्य अतिथि विअ सतीश महाना ने कहा कि बोट क्लब शहर के पर्यटन को नई ऊंचाई पर ले जाएगा। गंगा बैराज पर लव-कुश की प्रतिमा लगाई जाएगी। इस दौरान, उन्होंने यहां शहर का सबसे ऊंचा राष्ट्रध्वज लहराता देखने की इच्छा जताई। इस पर रिमझिम इस्पात के प्रबंध निदेशक योगेश अग्रवाल ने हामी भरी, जिस पर जमकर तालियां बजीं। इसकी जिम्मेदारी उन्होंने मंडलायुक्त डा. राजशेखर के जिम्मे छोड़ी। उन्होंने कहा कि खुद को बचाने के लिए गंगा को बचाएं, जहां गंगा मइया, वहां जीवन है।
तीन ट्रायल बाद शहरवासी ले सकेंगे आनंद, सीएम कर सकते शुभारंभ- मंडलायुक्त डा. राजशेखर ने कहा कि वे कई राज्यों में जलक्रीड़ा के लिए भ्रमण कर चुके हैं। ऐसा अद्भुत स्थल कहीं देखने को नहीं मिला। यह शहर के लिए गौरव स्थल है। उन्होंने कहा कि दो से तीन ट्रायल के बाद इसे शहरवासियों के लिए खोला जाएगा। मुख्यमंत्री बोट क्लब का शुभारंभ करने आ सकते हैं। जलक्रीड़ा के लिए शुल्क के सवाल पर उन्होंने बताया कि अभी इस दिशा में निर्णय होना बाकी है।
वाराणसी की तर्ज पर हुई गंगा आरती व संगीत संध्या- वाराणसी की तर्ज पर यहां गंगा आरती और संगीत संध्या का भी आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि और जनप्रतिनिधियों के साथ जिला प्रशासन के आला अधिकारियों ने गंगा आरती में भाग लिया। संगीत संध्या में गंगा तेरा पानी अमृत कल-कल बहता जाए... और गंगा मइया में जब तक पानी रहे... जैसे गीतों ने लोगों को भक्तिरस से सराबोर कर दिया।
अतिथियों ने किया गंगा विहार, खिलाड़ियों संग ली सेल्फी- प्रथम ट्रायल के सफलतापूर्वक संपन्न हो जाने के बाद मुख्य अतिथि सतीश महाना के साथ सांसद, विधायक, एमएलसी, मंडलायुक्त और डीएम ने मोटर बोट में बैठकर गंगा विहार किया। ट्रायल के लिए अलग-अलग जिलों से बुलाए गए खिलाड़ियों के साथ अतिथियों ने सेल्फी भी ली। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
ड्रैगन बोट, रोइंग, कैनोइंग और कयाक ने लुभाया- पीएसी बैंड की धुन पर हुए मार्च पास्ट में गंगा की लहरों पर इठलाती ड्रैगन बोट्स के साथ रोइंग, कैनोइंग और कयाक बोट ने लोगों को आकर्षित किया। ड्रैगन बोट के साथ वाटर स्कूटर पर बैठकर शहरवासियों ने सेल्फी ली।
ये भी रहे उपस्थित- केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह, नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन, मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला, सीएसजेएमयू के कुलपति विनय कुमार पाठक, श्रम आयुक्त शकुंतला गौतम, अपर पुलिस महानिदेशक भानु भास्कर, पुलिस उपायुक्त पश्चिम बीबीजीटीएस मूर्ति, उपनिदेशक खेल मुद्रिका पाठक भी मौके पर उपस्थित रहे।
ऐसा रहा बोट क्लब का सफर
- वर्ष 2011 में तत्कालीन मंडलायुक्त अमित घोष ने योजना पर चर्चा शुरू की।
-वर्ष 2014 में बोट क्लब का प्रस्ताव तत्कालीन कमिश्नर ने तैयार किया।
-वर्ष 2015 में केडीए की ओर से बोट क्लब को 13.50 करोड़ रुपये दिए गए।
-वर्ष 2015 में सिंचाई विभाग ने इसका निर्माण शुरू किया।
-वर्ष 2017 में लवकुश गंगा बैराज के पास बोट क्लब का निर्माण पूरा हुआ।
-वर्ष 2018 में बोट क्लब तक जाने के लिए पाथ वे बनाया गया।
-वर्ष 2021 में लगभग तीन करोड़ की लागत से नौकाएं खरीदी गईं।