कानपुर में दर्दनाक हादसा, इकलौते दिव्यांग बेटे की खुले पड़े सीवर टैंक में गिरने से मौत, छोटी बहन ने इशारे से बताया
कानपुर के सचेंडी में दर्दनाक हादसा हुआ है। सीवरटैंक में गिरकर एक बच्चे की मौत हो गई है। नेत्रहीन बच्चा टैंक के पास खेल रहा था। इसी दौरान उसमें गिर गया और उसकी मौत हो गई। बहन ने इशारे से परिवार वालों को जानकारी दी। उसे निकालकर अस्पताल ले गए जहां उसे मृत बताया गया।

जागरण संवाददाता, कानपुर। कानपुर (Kanpur) में एक दर्दनाक हादसा हुआ हैद। एक दिव्याग इकलौते बेटे की सीवर टैंक में गिरने से मौत हो गई है। छोटी बहन से इशारे से परिवार वालों को जानकारी दी। उसे निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई। परिवार वालों ने बताया कि नाली न होने की वजह से सीवर टैंक बनवाना पड़ा था। पानी भरने की वजह से उसे खोलना पड़ा।
मामला सचेंडी के दिलीपपुर गांव का है। घर के खुले सीवरटैंक में गिरकर इकलौते दिव्यांग मासूम की मौत हो गई। इकलौते बेटे की मौत से स्वजन का रो–रोकर बुरा हाल हो गया। सचेंडी के दिलीपपुर गांव निवासी लोकनाथ मजदूरी करते हैं। परिवार में पत्नी सुशीला तीन बेटियां रागिनी और परी के साथ आठ वर्षीय बेटा आशीष जन्म से ही नेत्र से दिव्यांग था।
लोकनाथ ने बताया कि जलनिकासी के लिये नाली न बनी होने के कारण उसने घर पर ही सीवरटैंक बना रखा था। इसी टैंक में घर का पानी भी जाता था। शुक्रवार शाम वह टैंक का ढक्कन खोल पानी निकाल रहा था। इस दौरान दौरान पत्नी सुशीला ने कहा कि पानी वह जब तक टैंक से पानी निकाल रही है तब तक वह बाजार जाकर सब्जी ले आए। इस पर लोकनाथ सब्जी लेने बाजार चला गया।
इस दौरान सुशीला बगल बेटे आशीष को बेटियों के भरोसे छोड़कर पड़ोस की दुकान में सामान लेने चली गई। घर लौटे लोकनाथ ने जब बेटे आशीष नहीं पाया तो उसने बेटियों से पूछा इस पर सबसे छोटी बेटी परी ने इशारा करते हुए भाई के टैंक में गिरने की जानकारी दी। आनन–फानन में लोकनाथ ने बेटे को निकाला और सीएचसी ले गया जहां हालत गंभीर देखकर हैलट रेफर कर दिया गया। शनिवार देर रात इलाज के दौरान डाक्टरों ने आशीष को मृत घोषित कर दिया। इकलौते बेटे की मौत से स्वजन का रो–रोकर बुरा हाल हो गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।