फतेहपुर की पंचायतों में प्रशासकों ने करा दिया 21 करोड़ का भुगतान, अब ढूंढ़े नहीं मिल रहा 'विकास'
Big Scam Caught in Fatehpur डीएम ने पास शिकायतें पहुंची हैं कि ऐसे कामों के भुगतान कर दिए गए हैं जो आज तक कराए ही नहीं गए हैं। कुछ ऐसे काम भी हुए हैं जिनका मनमाना भुगतान हुआ है।

फतेहपुर, जेएनएन। Big Scam Caught in Fatehpur दिसंबर 2020 में शासन ने पंचायतों का कामकाज प्रशासकों के हाथ में दे दिया था, जनवरी से मई के बीच सभी ब्लाकों में एडीओ पंचायत प्रशासक तो पंचायत सेक्रेटरी सचिव के रूप में काम करते रहे। करीब पांच माह की अवधि में 21 करोड़ से अधिक का भुगतान प्रशासकों ने कर दिया। जिले में 23 ऐसी ग्राम पंचायत हैं, जिन्होंने करीब छह करोड़ की पूंजी खपा दी। अब मामले पर डीएम अपूर्वा दुबे ने जांच बैठा दी है। इसके बाद गांव सभा से लेकर ब्लाकों तक दहशत फैल गई है।
डीएम ने पास शिकायतें पहुंची हैं कि ऐसे कामों के भुगतान कर दिए गए हैं जो आज तक कराए ही नहीं गए हैं। कुछ ऐसे काम भी हुए हैं जिनका मनमाना भुगतान हुआ है। खर्च की वास्तविकता जानने के लिए डीएम ने हर ब्लाक में दो-दो जिला स्तरीय अधिकारी लगाए गए हैं। यह नोडल अधिकारी नामित ग्राम सभा में खर्च की जांच कर अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंपेंगे। क्योंकि, प्रशासक काल में प्रधान नहीं थे इस लिए गड़बड़ी पर मुख्य रूप से सचिव और एडीओ पंचायत को ही कार्रवाई के दायरे में लिया जाएगा।
जांच के आदेश जारी होते इन पंचायतों 25 लाख से ऊपर किया भुगतान: असोथर ब्लाक में ललौली, सरकंडी, कोर्रा कनक, बेसड़ी अमौली ब्लाक में गोहरारी, सरहन बुजुर्ग, धमना खुर्द, देवमई ब्लाक में देवमई, बहुआ में शाह, गम्हरी, गाजीपुर, कारीकान धाता, हसवा ब्लाक में रामपुर थरियांव, औरेई, बहरामपुर, रमवा-पंथुआ, मलवां ब्लाक में जाफराबाद, गुनीर, ऐरायां ब्लाक में पुरइन, तेलियानी ब्लाक में कांधी, हथगाम में संवत, विजयीपुर ब्लाक में गढ़ा गांव सभा में जांच शुरू की गई है।
जांच आख्या का इंतजार: डीपीआरओ अनिल त्रिपाठी ने बताया कि 23 गांव पंचायतों की जांच शुरू है। जांच आख्या आने के बाद ही सही बात निकल कर आएगी। अगर कहीं गड़बड़ी हुई तो नियमानुसार कार्रवाई भी तय कराई जाएगी।

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