Kanpur News : खजाने के बजाय जेबों में गया टैक्स का धन, कानपुर नगर निगम में सामने आया गबन
कानपुर नगर निगम में गृहकर व नामांतरण जमा करने के नाम पर राजस्व निरीक्षक का खेल सामने आ गया है। भ्रष्टाचार उजागर होने पर नगर आयुक्त ने चार सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है जिसके बाद खलबली मच गई है।

कानपुर, जागरण संवाददाता। नगर निगम में गृहकर और नामांतरण का काम खूब हो रहा है लेकिन टैक्स का पैसा कहां जा रहा है यह पहेली बन गया है। अधिकारियों के सामने ऐसा मामला आया है जो नगर निगम में बड़े गबन की ओर इशारा कर रहा है। टैक्स जमा कराने वालों से धन लिया गया और सरकारी रसीद भी थमा दी लेकिन खजाने में एक भी ढेला नहीं जमा किया है, बल्कि अपनी जेब में धन रख लिया गया।
भ्रष्टाचार का मामला सामने आने पर नगर आयुक्त ने चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है और पांच दिन के अंदर रिपोर्ट तलब की है।नगर आयुक्त के जांच आदेश के बाद जोनवार खलबली मची है। कई अफसर और कर्मचारी इस खेल में फंसने वाले हैं।
जोन दो में गृहकर और नामांतरण जमा करने के नाम पर एक बड़ा खेल सामने आया है। मकान का नामांतरण कराने के लिए लोग नगर निगम में धन जमा कर रहे है। बाकायदा राजस्व निरीक्षक रसीद तक काट कर दे रहे है लेकिन धन खजाने में नहीं जमा हो रहा है खजाने में धन न जमा होने के कारण नामांतरण नहीं हो रहा है। पीड़ित अब अफसरों के चक्कर लगा रहे है। नगर आयुक्त के सामने मामला आया तो जांच शुरू हो गई है।
जोन दो में धन जमा करने के बाद भी नामांतरण न होने पर विभागीय कर्मचारियों ने रजिस्टर देखा तो पाया कि धन ही नहीं जमा है। इस बाबत जोनल प्रभारी जोन दो को 20 जून 2022 को शिकायत की गयी। इसमें कहा गया है कि बीनू शर्मा निवासी आराजी संख्या 66- 65 गोपाल नगर ने सात जनवरी 2022 को 31240 रुपये नामान्तरण शुल्क रसीद संख्या 5560/28 के माध्यम से जमा किया था, जिसे संबंधित राजस्व निरीक्षक हर्षित मिश्रा द्वारा नगर निगम कोष में जमा नहीं कराया गया। इसके अलावा अतिरिक्त यह भी संज्ञान में लाया गया है कि रसीद संख्या 783477 के तहत संबंधित राजस्व निरीक्षक द्वारा 20580 रुपये भी नगर निगम कोष में जमा नही किया गया है। राजस्व निरीक्षक द्वारा इसी प्रकार के अन्य प्रकरणों में भी एमएसी-2 बुक की रसीदें जारी तो कर दी गयी है परन्तु उनकी धनराशि को नगर निगम कोष में जमा नहीं किया गया है।
रसीद का खेल उजागर होने के बाद नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन ने चार सदस्यीय जांच कमेटी बैठ दी है। इस रिपोर्ट को स्थानीय निकाय और नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव को भेजा जाएगा। चार सदस्यीय कमेटी अपर नगर आयुक्त सूर्यकान्त त्रिपाठी, मुख्य वित्त और लेखाधिकारी अशोक कुमार त्रिपाठी,मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अनिरुद्ध कुमार सिंह और जोनल प्रभारी दो बाल मुकुन्द मिश्रा शामिल है। जांच टीम में जोन दो के प्रभारी को शामिल गिया है। इस पर भी सवाल उठ रहे है उनके ही जोन का खेल है उनको ही टीम में शामिल किया गया है।
राजस्व निरीक्षक के निजी राजस्वकर्मी : जोन दो, तीन और पांच में कई राजस्व निरीक्षक ने निजी कर्मचारी लगा रखे है जो क्षेत्र में घूम-घूमकर टैक्स वसूलते है। कई बार शिकायत भी आ चुकी है लेकिन जोनल प्रभारियों ने कोई कार्य नहीं किया है। जोन पांच के एक कर्मचारी को एक साथ कई वार्ड का चार्ज दे दिया गया है। नगर आयुक्त ने जोन तीन और पांच की भी रिपोर्ट तलब की है। इसके बाद माना जा रहा है कि कई अफसर और कर्मचारियों पर कार्रवाई तय है। एक राजस्वकर्मी ने तो निजी कर्मचारी तैनात कर रखे हैं जो दिन भर में उसका काम करते हैं।
जांच रिपोर्ट में जो भी अफसर व कर्मचारी दोषी होगा उस पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इसमें किसी को बख्शा नहीं जाएगा। - शिव शरणप्पा जीएन, नगर आयुक्त

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