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    मेवात में ट्रेनिंग लेकर सगे भाइयों ने रखा था अपराध की दुनिया में कदम, जेल से छूटकर तैयार की यूपी गैंग

    By Shaswat GuptaEdited By:
    Updated: Mon, 22 Feb 2021 08:56 AM (IST)

    एटीएम के साफ्टवेयर को चाबी से हैंग करके उड़ा देते थे नकदी। कपड़े की दुकान चलाने वाले कुछ समय में बन गए करोड़पति। यूपी गैंग में करीब एक दर्जन से अधिक लोग काम कर रहे हैं। दो भाई अब खुद ही ट्रेनिंग देकर युवाओं को गिरोह में शामिल करते हैं।

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    कानपुर पुलिस के द्वारा पकड़े गए दोनों आरोपित नदीम और वसीम।

    कानपुर, [आशीष पांडेय]। हरियाणा का मेवात इलाका एटीएम हैकरों का बड़ा ट्रेनिंग सेंटर हैं। यहां अब तक दस हजार से अधिक युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर देश के विभिन्न राज्यों में एटीएम हैक करके नकदी उड़ाने की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। यहीं से प्रशिक्षण पाए आगरा के सगे भाइयों ने भी दिल्ली गैंग के साथ काफी समय काम किया। कुछ साल पहले ही विवाद के बाद सगे भाइयों ने यूपी गैंग बना लिया। इसमें करीब एक दर्जन से अधिक लोग काम कर रहे हैं। दो भाई अब खुद ही ट्रेनिंग देकर युवाओं को गिरोह में शामिल करते हैं।

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    यूपी गैंग बनाने के बाद कानपुर में उड़ाई दस लाख की नकदी 

    नगला मेवाती ताजगंज, आगरा निवासी ट्रक ड्राइवर शमीम खान के बेटे नदीम और वसीम ताजगंज इलाके में ही रेडीमेड कपड़ों की दुकान चलाते थे। बड़ा आदमी बनने की चाहत दोनों ही भाइयों में थी। कपड़े खरीदने के सिलसिलेे अक्सर दिल्ली आना-जाना होता था। इस दौरान वसीम की मुलाकात मेवात गैंग के एक सदस्य से हुई। उसने वसीम और नदीम को एटीएम से नकदी निकासी की ट्रेनिंग दिलाई। इसके बाद दोनों भाई दिल्ली के गैंग के लिए काम करने लगे थे। कुछ ही समय में दोनों ने करोड़ों रुपये उड़ाए। कुछ साल पहले हरियाणा पुलिस ने गैंग के तीन सदस्य पकड़े। दिल्ली गैंग के इन सदस्यों ने यूपी का होने के चलते वसीम को सरगना बताया और फरीदाबाद में हरियाणा पुलिस से पकड़वाया। इसके बाद हरियाणा पुलिस ने उसे जेल भेजा था। जेल से छूटने के बाद वसीम और नदीम ने यूपी गैंग बना लिया। इन शातिरों ने शहर के चकेरी, नजीराबाद और गोविंद नगर के एटीएम को निशाना बनाकर करीब दस लाख की नकदी उड़ाई थी। पुलिस गिरोह के सदस्यों की तलाश में जुटी है

    निकाली गई रकम से खरीदी थी क्रेटा कार

    पुलिस के मुताबिक पकड़े गए शातिरों से नकदी की बरामदगी नहीं हो पाई है। पुलिस ने उनके आगरा स्थित घर पर दबिश भी दी, लेकिन वहां नकदी नहीं मिली। पूछताछ में पता चला कि उन्होंने शहर के तीन एटीएम से उड़ाई नकदी से एक माह पहले ही क्रेटा कार खरीदी थी। पुलिस का कहना है कि जल्द ही गाड़ी की बरामदगी की जाएगी।

    मां और स्वजन के एटीएम कार्ड का करते थे इस्तेमाल

    पकड़े गए सगे भाई मां व अन्य स्वजन के चार-पांच एटीएम कार्ड की मदद से विभिन्न बैंकों में ट्रांजेक्शन करते थे। प्रोसेङ्क्षसग के दौरान ही चाबी से एटीएम खोल साफ्टवेयर हैंग करके नकदी उड़ाते थे।

    इनका ये है कहना 

    सगे भाइयों के पास से नकदी नहीं मिली है। एटीएम से निकाली नकदी से दोनों ने क्रेटा कार खरीदी है। चाबी न मिलने के कारण गाड़ी को नहीं लाया जा सका है। गिरोह की अन्य सदस्यों की धरपकड़ के प्रयास किए जा रहे हैं।  - दीपक भूकर, एसपी साउथ