एटीएम हैकर को संरक्षण देने का मामला: कानपुर पुलिस को छका रहा निलंबित हेडकांस्टेबल, पूर्वांचल के बाद अब मिली बिहार की लोकेशन
एटीएम हैकर को संरक्षण देने और उसके साथ एटीएम हैक करके नकदी निकालने के आरोपित पुलिस लाइन से गैर हाजिर चल रहे निलंबित हेडकांस्टेबल अमित चौधरी लगातार पुल ...और पढ़ें

कानपुर, जागरण संवाददाता। एटीएम हैकर को संरक्षण देने और उसके साथ एटीएम हैक करके नकदी निकालने के आरोपित पुलिस लाइन से गैर हाजिर चल रहे निलंबित हेडकांस्टेबल की पूर्वांचल के बाद अब बिहार की लोकेशन मिली है। निलंबित हेडकांस्टेबल के करीबी रहे कुछ पुलिस अधिकारियों से टीमें संपर्क कर उसकी धर पकड़ के प्रयास में लगी हैं। शातिर दिमांग ट्विटर के माध्यम से ट्वीट कराकर दूसरे सिपाहियों के बारे मुख्यमंत्री और विभागीय अधिकारियों को टैग करा कर मैसेज चलवा रहा है।
क्राइम ब्रांच ने चकेरी निवासी एटीएम हैकर अमित चौहान को सोमवार देर रात गिरफ्तार किया था। मंगलवार को पुलिस ने उसे जेल भेजा था। आरोपित हैकर से हुई पूछताछ में पुलिस लाइन से गैरहाजिर चल रहे हेडकांस्टेबल अमित चौधरी का नाम प्रकाश में आया था। पुलिस उस तक पहुंचती इसके पहले ही वह फरार हो गया था। आरोपित की धर पकड़ के लिए दो टीमें लगाई गई थीं, लेकिन उसका सुराग नहीं लगा। संदेह के आधार पर निलंबित हेडकांस्टेबल की मदद करने पर जिला अपराध रिकार्ड ब्यूरो (डीसीआरबी) में तैनात सिपाही राजीव यादव को लाइन हाजिर किया गया था। अब क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने उसके करीबी रहे अधिकारियों से संपर्क किया है। उनकी मदद से पता चला है कि फरार होने के बाद अमित चौधरी पहले पूर्वांचल गया। वहां से अब बिहार के किसी कस्बे में फरारी काट रहा है। पुलिस टीमें उसकी धर पकड़ के प्रयास में जुटी हैं। क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक आरोपित ने पुलिस को गुमराह करने और उलझाने के लिए अलग-अलग ट्विटर हैंडल से क्राइम ब्रांच के अन्य सिपाहियों की करतूतें मुख्यमंत्री और विभाग के अधिकारियों को टैग कराते हुए वायरल करनी शुरू कर दी हैं। कई मामलों की जांच कराई, लेकिन सूचनाओं की पुष्टि नहीं हुई है। अब क्राइम ब्रांच मैसेज वायरल करने वाले ट्विटर हैंडल की जांच करा रही है।
चार माह में तीन लाख सिर्फ फ्लाइट से यात्रा में किए खर्च
क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक निलंबित हेडकांस्टेबल चार माह में पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, असोम, केरल समेत 15 से अधिक राज्यों की फ्लाइट से सैर कर चुका है। बड़ी बात तो यह है कि आरोपित ने बीते चार माह तीन लाख रुपये सिर्फ फ्लाइट में खर्च किए हैं। हेडकांस्टेबल के तीन लाख रुपये फ्लाइट के किराए में खर्च करने से विभाग के लोगों में चर्चा है।

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