20 साल से है दीपू व राजकुमार के परिवारों में रंजिश
पुलिस की जांच में सामने आया है कि जिला पंचायत सदस्य दीपू निषाद व मृतक राजकुमार में पार्षदी के चुनाव को लेकर कई बार हो चुकी है झड़प। ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कानपुर : पुलिस की जांच में सामने आया है कि जिला पंचायत सदस्य दीपू निषाद व मृतक राजकुमार के परिवारों के बीच 20 वर्ष से रंजिश चली आ रही है। यह रंजिश उस वक्त और गहरा गई थी जब राजकुमार के नाना जमुना प्रसाद ने श्रीराम को नवाबगंज क्षेत्र से पार्षद पद का चुनाव लड़वाया था।
पुलिस के मुताबिक दीपू के पिता का नाम भी राजकुमार है। उन्होंने श्रीराम के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर पार्षदी का चुनाव लड़ा था। हारने के बाद दीपू के पिता ने जमुना प्रसाद से मारपीट की थी। इस मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहंी की थी। इसके बाद श्रीराम दो बार और पार्षद बने। जब दीपू ने छात्र राजनीति शुरू की तो भी झगड़े हुए, लेकिन पुलिस हर बार समझौते का पर्दा डालती रही।
इसके बाद दीपू ने वर्ष 2017 में बसपा के टिकट पर कल्याणपुर विधानसभा से चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गया था। इस बार फिर उसने बिठूर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी की थी। मृतक राजकुमार के परिवार के भाजपा समर्थित होने के कारण भी वह रंजिश मानता था। ग्रामीणों ने बताया कि दीपू ने कभी भी राजकुमार या उसके परिवार पर सीधे हमला नहीं किया। बल्कि अपने गुर्गों को आगे कर देता था। विधायक पहुंचे पोस्टमार्टम हाउस
राजकुमार व रवि की मौत की सूचना पर विधायक अभिजीत सिंह सांगा शनिवार दोपहर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और उन्होंने आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
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पीड़ित स्वजन बोले, पौन घंटे बाद आई पुलिस
पीड़ित स्वजन ने बताया कि घटना के बाद पुलिस ने गांव पहुंचने में देर कर दी। करीब 11 बजे ही उन्होंने कंट्रोल रूम को फोन करके सूचना दे दी थी, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले हमलावर फरार हो चुके थे। बाद में डीआइजी, एसपी पश्चिम आदि अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे थे।

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