ख्वाजा गरीब नवाज के दरबार में पेश होगी कानपुर की सर्वधर्म चादर, हिंदू-मुस्लिम एकता की है मिसाल
अजमेर के ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर नील वाली गली स्थित खानकाह कश्फी से सर्वधर्म चादर भेजी गई। यहां चादर पर इत्र लगाने के बाद अकीदतमंदों ने उसे चूमकर आंखों से लगाया। सर्वधर्म चादर हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है।

कानपुर, जेएनएन। ख्वाजा गरीब नवाज के दरबार में पेश करने के लिए कानपुर से चादर रवाना की गई है। चादर मोहम्मदी यूथ ग्रुप के सदस्य लेकर रवाना हुए हैं। गरीब नवाज का उर्स शुरू हो चुका है। खास तरह की यह चादर उर्स में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करेगी।
अजमेर स्थित ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर पेश करने के लिए नील वाली गली स्थित खानकाह कश्फी से ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर पेश करने के लिए सर्वधर्म चादर भेजी गई। चादर भेजते समय खानकाह कश्फी में ख्वाजा गरीब नवाज से अकीदत रखने वाले एकत्र हुए। चादर पर इत्र लगाया गया, उसको चूम कर आंखों से लगाया गया। इस दौरान या मोईन हक मोईन, ख्वाजा हिंदुस्तान जिंदाबाद, हिंदू-मुस्लिम एकता जिंदाबाद, हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए। राहगीर भी अजमेर शरीफ भेजी जाने वाली के कार्यक्रम में शामिल हुए।
वक्ताओं ने कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज के दरबार से सभी लोगों की आस्था जुड़ी है। ख्वाजा गरीब नवाज का दरबार सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल है। यहां विभिन्न धर्मों व वर्गों के लोग पहुंचते हैं। अजमेर शरीफ स्थित ख्वाजा गरीब नवाज के दरबार में हर दिन लोगों को तांता लगा रहता है। वक्ताओं ने कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज ने इंसानियत, भाईचारे और मोहब्बत का पैगाम दिया। चादर रवाना करते वक्त देश में अमन, खुशहाली, सांप्रदायिक सौहार्द कायम रखने की दुआ की गई। इस मौके पर खानकाह कश्फी सज्जादानशीन अबुल हाशिम कश्फी, इखलाक अहमद डेविड, हफिज मोहम्मद रिजवान, हाफिज मोहम्मद कफील, मोहम्मद अलीमुद्दीन, एजाज रशीद, आसिफ इकबाल, मम्नून कश्फी, फाजिल चिश्ती आदि रहे।
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