कानपुर कोल्ड स्टोरेज हादसे में मरने वाले सभी बिहार के, यह रही सूची
इससे अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। तीस से अधिक मजदूरों और किसानों के दबे होने की आशंका है। नियम कायदे को ताक में रख कर कोल्ड स्टोरेज लोहे के एंग ...और पढ़ें

कानपुर (जेएनएन)। शिवराजपुर के कटियार कोल्ड स्टोरेज में बुधवार को अमोनिया गैस के तीन चैंबर धमाके के साथ फट गए। इससे कोल्ड स्टोरेज पूरी तरह ढह गया। इससे अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। तीस से अधिक मजदूरों और किसानों के दबे होने की आशंका है। नियम कायदे को ताक में रख कर कोल्ड स्टोरेज लोहे के एंगल पर बना था। साथ ही भंडारण क्षमता से अधिक आलू भी रखा गया था।
जिला उद्यान अधिकारी सीपी अवस्थी ने कोल्ड स्टोरेज के मालिक शंभूनाथ कटियार समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जिलाधिकारी ने सीपी अवस्थी से स्पष्टीकरण मांगा है। क्षेत्र के उद्यान निरीक्षक को निलंबित करने के लिए शासन को संस्तुति भेजी है।
हादसे में बिहार के सहरसा निवासी संजय यादव, दरभंगा निवासी भुवनेश्वर, दरभंगा के कुसेसरस्थान निवासी रामबली और सहरसा के संजय सदा तथा शीतगृह के लोडिंग बाबू स्वेदश कटियार निवासी शिवराजपुर की मौत हो गई। कोल्ड स्टोरेज का मालिक शंभुनाथ कटियार फरार है। उसका फोन भी बंद है। यह कोल्ड स्टोरेज 2015 में बना था।
स्थानीय लोगों ने बताया कि कोल्ड स्टोरेज के बगल में शंभुनाथ का ही एक और पुराना कोल्ड स्टोरेज है। नए कोल्ड स्टोरेज में पुराने मशीन रूम से अमोनिया लाई गई है। करीब चार सौ मीटर की पाइप लाइन है और शीतगृह के ऊपरी मंजिल में आठ रिसीवर चैंबर बने हैं। दोपहर करीब 11.20 बजे तीन स्माल रिसीवर चैंबर एक-एक कर धमाके के साथ फट गए। इससे पीछे की दीवार गिर गई और कोल्ड स्टोरेज की छत भरभराकर गिर गई। इससे एंगल पर टिकी इमारत भी एकदम ढह गई। वहां आलू भराई कर रहे मजदूर और किसान दब गए। स्टोरेज की इमारत में गाटर या बीम नहीं दिया गया था और सारा ढांचा लोहे के एंगल पर खड़ा था। घटना के बाद वहां भगदड़ मच गई। हालांकि वहां खड़े किसानों और मजदूरों ने सात मजदूरों को जल्दी निकाल लिया। उन्हें गंभीर हालत में एलएलआर अस्पताल (हैलट) लाया गया। अस्पताल लाये गये 14 घायलों में पांच की मौत हो गई। पांच को आइसीयू में भर्ती कराया गया है। मरने वालों में केवल एक की हड्डी टूटी थी। बाकी की मौत अमोनिया रिसाव में फंसने के कारण श्वांस नली के जाम होने से बताई जा रही।
राहत व बचाव कार्य में देरी
राहत और बचाव कार्य देर से शुरू हुआ। प्रशासन ने नौ जेसीबी लगाकर मलबा हटाने का काम शुरू किया लेकिन टीम अंदर दबे घायलों तक नहीं पहुंच पा रही थी। इसे लेकर स्थानीय लोगों ने वहां प्रदर्शन किया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। राहत और बचाव कार्य में तेजी शाम करीब पांच बजे आई जब लखनऊ से एनडीआरएफ की टीम वहां पहुंची।
घायलों व मृतकों की सूची
मृतक
1- संजय जाधव (28) पुत्र केशव जाधव ऐनाड़ी सहरसा बिहार
2- स्वदेश कुमार कटियार (28) धमनीनिवादा शिवराजपुर कानपुर
3- भुवनेश्वर राम (28) पुत्र जोगेंद्र राम, महादेवमठ कुसेसर दरभंगा बिहार
4- रामबली राम (30) पुत्र वासुदेव राम, कुसेसर दरभंगा बिहार
5-संजय सदा (30) पुत्र सैनी सदा अइना मैसी सहरसा बिहार
घायल
1- गोरेलाल साहनी (48) समस्तीपुर बिहार
2- रंजीत साहनी (25) पुत्र गोरेलाल समस्तीपुर बिहार
3- मनीष साहनी (38) पुत्र गोरेलाल समस्तीपुर बिहार
4- जितेंद्र राम (30) पुत्र जोगेश्वर, मौजे महादेवन, दरभंगा बिहार
5- पवन कुमार (30) पुत्र प्रवेश कुमार भमंड़ी सहरसा बिहार
6- रामानंद (28) पुत्र बलदेव, महादेवगढ़ दरभंगा बिहार
7- धनंजय राम (22) पुत्र रामूराम अलहनी सहरसा बिहार
8- पवन कुमार (25) पुत्र अवधराम कुसेसर दरभंगा बिहार
9- सुमन कुमार (45) पिठुआ बरौला नेपाल

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