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    कश्मीर से कन्याकुमारी तक 4000 किमी दौड़ी दिव्यांग अक्षय की साइकिल, न्यू ईयर इव पर बनाया एक और रिकॉर्ड

    By Abhishek AgnihotriEdited By:
    Updated: Fri, 01 Jan 2021 05:46 PM (IST)

    शहर में रहने वाले दिव्यांग अक्षय ने 44 दिनों में कश्मीर से कन्याकुमारी तक 4000 किलोमीटर की दूरी का सफर सेना के पैरा साइक्लिस्ट के साथ तय करके रिकॉर्ड बनाया है। कन्याकुमारी में उन्हें बीएसएफ के डीआइजी ने सम्मानित भी किया है।

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    अक्षय ने फिर रोशन किया कानपुर का नाम।

    कानपुर, [अंकुश शुक्ल]। साइकिलिंग के क्षेत्र में गिनीज बुक, इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड, इंडिया बुक और एशिया बुक ऑफ रिकार्ड हासिल करने वाले दिव्यांग अक्षय ने न्यू ईयर इव पर एक और रिकार्ड बनाकर कानपुर का नाम रोशन कर दिया। कश्मीर से कन्याकुमारी तक 44 दिन में लगभग 4000 किलोमीटर की दूरी तय करके रिकॉर्ड बनाया है। कन्याकुमारी पहुंचने पर बीएसएफ के डीआईजी उन्हें सम्मानित भी किया।

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    अक्षय ने बताया कि कश्मीर से साइकिलिंग शुरू की तब बारिश के कारण में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। कई दिन तक कश्मीर में फंसा रहा। सेना के पैरा साइकिलिस्ट के साथ 32 दिनों में 4250 किमी का सफर तय करने का लक्ष्य था, जो 44 दिन चार हजार किलोमीटर पर पूरा हुआ। उन्होंने बताया कि सफर कठिन जरूर था लेकिन देश की सबसे लंबी राइड का सपना भी पूरा करना था। वर्ष 2020 का आखिरी दिन जीवन में हमेशा याद रहेगा। उन्होंने बताया कि अपनी राइड से समाज को स्वास्थ्य और पर्यावरण का संदेश दिया। राइड में सेना के पैरा साइक्लिस्ट पूरे सफर में उनका साथ दिया।

    रामादेवी स्थित गांधीग्राम में रहने वाले 25 वर्षीय अक्षय सिंह 2010 में रेल दुर्घटना में दायां पैर गंवा चुके हैं। दिव्यांगता को मात देने वाले अक्षय ने एवरेस्ट फतह करने वाली पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा को आदर्श मानकर साइकिलिंग करना शुरू किया था। साइकिलिंग के चलते देश दुनिया में पहचान बनाने वाले कानपुर के अक्षय ने 31 जनवरी को कानपुर से मुंबई 1500 किमी का सफर 132 घंटों में तय कर यह उपलब्धि हासिल की थी। वह कानपुर से दिल्ली तक 450 किमी की दूरी चार दिनों में पूरी कर गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में नाम दर्ज करा चुके हैं। वह एशियन पैरा साइकिलिंग में क्वालीफाई भी कर चुके हैं और उनका अगला लक्ष्य एशियन साइकिलिंग में पदक जीतना है।