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    Kanpur News: अखिलेश दुबे व लवी मिश्रा पर एक और मुकदमा, कास्मोजिन में बंधक बनाकर लूटा था ठेकेदार को

    By Jagran News Edited By: Anurag Shukla1
    Updated: Mon, 11 Aug 2025 03:03 PM (IST)

    कानपुर में अखिलेश दुबे और उसके सहयोगी लवी मिश्रा के खिलाफ एक और मामला दर्ज हुआ है। कास्मोजिन में एक ठेकेदार को बंधक बनाकर ढाई लाख रुपये लूटने का आरोप है जिसके चलते ग्वालटोली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके अतिरिक्त एक वीडियो में अखिलेश दुबे पर शत्रु संपत्ति कब्जाने का आरोप भी लगाया गया है।

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    अखिलेश दुबे व उसके सहयोगी लवी मिश्रा।

    जागरण संवाददाता, कानपुर। अखिलेश दुबे व उसके सहयोगी लवी मिश्रा के गुनाहों की परतें एक के बाद खुलती जा रही हैं। अब एक और गुनाह सामने आया है। कास्मोजिन में ठेकेदार को बंधक बनाकर लूटने का मामला सामने आया है।

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    खलासी लाइन स्थित कास्मोजिन में ठेकेदार को बंधक बनाकर मारपीट करने व ढाई लाख लूटने के आरोप में अखिलेश दुबे सहयोगी लवी मिश्रा, लकी समेत सात आरोपितों पर ग्वालटोली थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। आरोप है कि ठेकेदार कास्मोजिन बनाने के बाद अपने 10 लाख रुपये लेने गया तो लवी ने साथियों के साथ घटना को अंजाम दिया था।

    इधर, वीडियो प्रचलित कर लगाया शत्रु संपत्ति कब्जाने का आरोप

    चर्चित अधिवक्ता अखिलेश दुबे के कानूनी शिकंजे में घिरते ही उनके सताए लोगों को धीरे-धीरे कर सामने आना शुरू हो गया है। ऐसे ही सताए एक शख्स ने खुद का वीडियो इंटरनेट पर प्रचलित कर अखिलेश पर शत्रु संपत्ति पर कब्जाने का आरोप लगाया है। प्रचलित वीडियो में सिविललाइंस निवासी शख्स ने बताया कि इलाके में 13/387 और 13/388 दो संपत्ति थीं, जिसमें से 13/388 में वह और उनका परिवार वर्षों से रह रहा था। उसका जन्म यहीं हुआ था। संपत्ति संख्या 13/387 को सरकारी तंत्र ने शत्रु संपत्ति करार दिया है, जबकि उससे जुड़ी 13/388 शत्रु संपत्ति होने के बावजूद अखिलेश ने अपने नाम करवा ली। ऐसा करने में उसका साथ सरकारी कर्मचारियों ने दिया।

    संपत्ति अपने और करीबियों के नाम पर दर्ज करवाने के बाद वहां रह रहे परिवार वालों को कब्जा छोड़ने के लिए कहा गया। कुछ तो उनकी रसूख के आगे हार गए, लेकिन जिन्होंने कब्जा नहीं छोड़ा। उन्हें जबरन वहां से बाहर कर दिया गया। अब वहां पर बड़ी-बड़ी बिल्डिंग खड़ी हो गई है, जो बिना नक्शे ही तान दी गई हैं। सूत्रों के मुताबिक वीडियो प्रचलित करने वाले व्यक्ति यहां पर पुराना किराएदार था और पुलिस द्वारा इतना प्रताड़ित किया गया कि उसने घर छोड़ दिया। यहां रहने वाले किराएदारों में घर छोड़ने वाला वह पहला व्यक्ति था।