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    गर्मी के तेवर में एसी की अनदेखी से ब्लास्ट का खतरा, इस तरह करें बचाव

    Updated: Sat, 17 May 2025 03:37 PM (IST)

    भीषण गर्मी में एसी का लगातार उपयोग खतरनाक हो सकता है जिससे ब्लास्ट या आग लगने की संभावना बढ़ जाती है। हैदराबाद में हाल ही में एक एसी ब्लास्ट में दो लोग घायल हुए। एसी इंजीनियरों के अनुसार ओवरहीटिंग सर्विसिंग की अनदेखी और क्वाइल में गंदगी जमा होने से ऐसी घटनाएं हो सकती हैं। नियमित सर्विसिंग और एसी को बीच-बीच में बंद करके जोखिम को कम किया जा सकता है।

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    गर्मी के तेवर में एसी की अनदेखी से ब्लास्ट का खतरा

    जागरण संवाददाता, कानपुर। गर्मी ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। तापमान भी 43 डिग्री सेल्सियस पार कर चुका है। बढ़ती तपिश से राहत के लिए घरों में एसी (एयर कंडीशनर) का भरपूर प्रयोग किया जा रहा है। लेकिन गर्मी से बचाव के लिए एसी का लगातार प्रयोग खतरनाक साबित हो सकता है। एसी में ब्लास्ट के साथ आग लग सकती है। पिछले दिनों हैदराबाद में गर्मी और लगातार एसी चलाने की वजह उसे कंप्रेसर में ब्लास्ट हो गया था जिससे दो लोग घायल भी हो गए थे। इसके अलावा पिछले वर्ष भी गर्मी के दिनों में एसी में आग लगने के कई मामले सामने आए थे।

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    एसी इंजीनियर की मानें तो गर्मी में अक्सर एसी फटने या ब्लास्ट होने की घटनाओं के पीछे कई वजह हो सकती है। ओवर हीट से एसी में समस्या आ सकती है।

    गर्मी में लगातार एयर कंडीशन को चालू रखा जाता है, जो खतरनाक साबित हो सकता है। एयर कंडीशनर कंपनी के सर्विस का काम देखने वाले दीप बताते हैं कि भीषण गर्मी में एसी ब्लास्ट होना एक बड़ी परेशानी बन गई है। कई जगहों पर लापरवाही से कंप्रेसर में खराबी से एसी कम ठंडा करता है। इसके बावजूद लोग ध्यान नहीं देते और एसी चालू रखते हैं। यह खतरनाक साबित हो सकता है।

    क्वाइल गलने का खतरा

    कई बार फिल्टर में गंदगी जम जाती है। इसे साफ करने का ध्यान रखना चाहिए। अगर धूल लगातार जमती रही तो क्वाइल पर असर पड़ता है। धीरे-धीरे क्वाइल गलना शुरू हो जाती है। इससे आग लग सकती है। सर्विस की अनदेखी एयर कंडीशनर में खराबी और ब्लास्ट होने की सबसे बड़ी वजह है उसका रखरखाव।

    समय पर सर्विस न कराने की वजह से कंप्रेसर गर्म होने लगता है। कंप्रेसर पर भी दबाव बढ़ता है। ज्यादा दबाव की वजह से यह फट सकता है। इसलिए जरूरी है कि किसी अनुभवी तकनीशियन से सर्विसिंग जरूर कराएं। हो सके तो गर्मी के सीजन में दो बार सर्विस जरूर कराएं।

    लगातार एसी चालू रखना  कई बार बाहर का तापमान अधिक होने की वजह से एसी कमरे के तापमान को कम नहीं करता। ऐसे में लोग लगातार उसे चलाते रहते हैं। इससे एसी का कंप्रेसर ओवरहीट हो सकता है और वह फट सकता है। कम से कम तीन से चार घंटे में आधे घंटे के लिए इसे बंद कर दें।

    एसी के आउटर का रखें ध्यान

    स्पिल्ट एसी का आउटर छत पर खुले में रखा है और तापमान 45 से 50 डिग्री है तो अलर्ट रहें। इस तापमान में लगातार एसी चलाने से आउटर अत्यधिक गर्म होने की वजह से आग लग सकती है। एसी 40 डिग्री तक अच्छी तरह से काम करता है लेकिन इससे ऊपर तापमान होने से कंप्रेसर के हीट होने का खतरा ज्यादा रहता है। आउटर यदि छत या कहीं बाहर धूप में रखा है तो उस पर शेड लगवाएं।

    टर्बो मोड लगातार खतरनाक

    टर्बो मोड का इस्तेमाल लंबे वक्त तक न करें क्योंकि इसे एसी हीट होकर ब्लास्ट कर सकता है। क्योंकि इससे कंप्रेसर हाईस्पीड पर चलता है। इसे बीच में बंद कर दें। कोई भी एसी 600 घंटे तक ही सही चलता है। इसके बाद इसकी सर्विस जरूरी करानी चाहिए। बार-बार रिफिल न कराएं एसी की कूलिंग कम होने पर बार-बार गैस रिफिल नही करवानी चाहिए। गैस की टेस्टिंग की जरूरी है कि कहीं से लीकेज न हो। ज्यादा गैस होने पर एसी ब्लास्ट होने का खतरा ज्यादा होता है।

    विंडो एसी में पानी का प्रेशर दें

    अगर विडो एसी को लगातार चला रहे हैं और तापमान ज्यादा है तो बीच में आंधे घंटे के लिए उसे बंद कर दें। इसके बाद उसके पीछे के हिस्से को पानी का प्रेशर देकर साफ कर दें। करीब आधे घंटे बाद ही उसे चालू करें। इससे कूलिंग अच्छी रहेगी और हीट करने की संभावना भी कम रहती है।

    ये भी जरूरी

    इसके अलावा तापमान में वृद्धि के साथ-साथ खराब वायरिंग, शार्ट सर्किट, गैस का रिसाव होना या फिर गैस रिसाव को चेक करने के लिए डाली गई नाइट्रोजन गैस के होने पर एसी को चलाने से ब्लास्ट होने का खतरा रहता है। इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

    एसी इंजीनियर, धीरज कुमार ने बताया

    इन दिनों तापमान काफी ज्यादा है। ऐसे में गर्मी से बचाव के लिए एसी का लगातार प्रयोग नहीं करना चाहिए। अगर बहुत जरूरी है तो बीच में उसे बंद कर देना चाहिए। क्योंकि आउटर और कंप्रेसर की वजह से आग लग सकती और ब्लास्ट भी हो सकता है। आउटर का विशेष ध्यान रखना चाहिए।