माइनर में खांदी फटने से करीब 100 बीघा गेहूं फसल जलमग्न, विभाग को सूचना दी थी लेकिन नहीं दिया गया ध्यान
हाल में बोई गई गेहूं की लगभग 100 बीघा फसल जलमग्न हो गई है। स्थिति यह है कि अब सुजानपुर गांव में किसी भी किसान के पास गेहूं की बोई हुई फसल का एक बिस्वा भी सुरक्षित नहीं बचा है।

रसूलाबाद, जागरण टीम: नहर विभाग की उदासीनता के चलते रविवार को पहाड़ीपुर, सुजानपुर, बनपुरवा माइनर में खांदी फट गई थी। सोमवार सुबह पटरी और अधिक फट गई जिससे लगभग कई किसानों की हाल में बोई गई गेहूं की लगभग 100 बीघा फसल जलमग्न हो गई है। स्थिति यह है कि अब सुजानपुर गांव में किसी भी किसान के पास गेहूं की बोई हुई फसल का एक बिस्वा भी सुरक्षित नहीं बचा है। किसान परिवार के भरण पोषण को लेकर परेशान हैं।
सूचना को अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया
पहाड़ीपुर सुजानपुर बनपुरवा माइनर में रविवार सुबह टेल से 200 मीटर पहले पटरी फट जाने से राजेंद्र यादव, वीरेंद्र यादव, बृजेश यादव आदि किसानों की लगभग 50 बीघा गेहूं की हाल में बोई गई फसल जलमग्न हो गई थी। उन्होंने सिंचाई विभाग को सूचना दी थी, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया। लगातार पानी बहने के कारण कटान होने से पटरी का काफी भाग सोमवार सुबह फट गया।
ये किसान हैं बेचैन
सुजानपुर गांव के बड़कऊ, रणधीर, राधे, छुन्ना, जगमोहन, नरेश, रामप्रकाश, रतनू, राम सिंह, राजेंद्र यादव, वीरेंद्र सिंह, बृजेश यादव आदि किसानों की भी गेहूं की फसलें जलमग्न हो गई हैं। सबकुछ चौपट देख किसानों में बेचैनी है।
लोगों ने अवरुद्ध कर रखा है पानी का रास्ता
नहर विभाग के सहायक अभियंता एके श्रीवास्तव ने बताया कि किसानों की मांग पर सभी माइनरों में टेल तक पानी पहुंचाने का दबाव रहता है इसलिए पूरी क्षमता से पानी छोड़ा गया था। टेल से 200 मीटर पहले अनेक लोगों ने पानी पहुंचने का रास्ता अवरुद्ध कर रखा है इसके चलते पटरी फट गई है। तत्कालीन व्यवस्था के लिए हेड से पानी बंद करवा दिया गया है। शीघ्र ही समस्या का समाधान किया जाएगा।

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