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    यूपी के इस जिले में जनता के दर्द की अनदेखी पर फंसे नौ अफसर, डीएम ने मांगा जवाब

    Updated: Sun, 22 Dec 2024 09:46 AM (IST)

    कानपुर में जनता की शिकायतों को लगातार अनदेखा करने वाले 9 अधिकारियों पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कार्रवाई शुरू कर दी है। नगर निगम डीआईओएस केस्को जैसे विभागों में शिकायतों का निस्तारण नहीं हो रहा है। जिलाधिकारी ने इन अधिकारियों से जवाब मांगा है और चेतावनी दी है कि प्रशासनिक दक्षता पर सवाल उठने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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    नर्वल तहसील समाधान दिवस में जमीन पर लेटे नरौरा निवासी दिव्यांग दिलीप पासवान समस्याएं बताते हुए । जागरण

    जागरण संवाददाता, कानपुर। जनता के दर्द की लगातार अनदेखी कर रहे अफसरों के विरुद्ध अब जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने निगरानी शुरू करा दी है। 21 दिसंबर तक नौ अधिकारी इसमें फंसे हैं। नगर निगम, डीआइओएस, केस्को जैसे विभागों में शिकायतों का निस्तारण ही नहीं हो रहा है। इस पर जिलाधिकारी ने कड़ा पत्र लिख इनसे जवाब मांगा है। साथ ही कहा है, ये स्थिति प्रशासनिक दक्षता पर प्रश्न चिह्न लगाती है। इसे लेकर गंभीर कार्रवाई हो सकती है।

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    लोकसभा चुनाव के बाद से ही आइजीआरएस यानी जनसुनवाई पोर्टल पर जिले की रैंकिंग में हर बार बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। जिलाधिकारी ने इसके लिए निगरानी तंत्र बढ़ाया था। एक से 21 दिसंबर तक निगरानी में नौ विभागों के अधिकारी ऐसे मिले हैं, जिनका प्रदर्शन बेहद लचर रहा है।

    जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त, केस्को प्रबंध निदेशक, अपर आयुक्त व्यापार कर ग्रेड-1, अपर नगर मजिस्ट्रेट चतुर्थ, अपर नगर मजिस्ट्रेट षष्ठम, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत बिठूर, क्षेत्रीय प्रबंधक यूपीसीडा, जिला विद्यालय निरीक्षक, अधिशासी अभियंता सिंचाई को कड़ा पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि दैनिक परीक्षण से पता चला है कि आप शिकायत निस्तारण में गंभीर लापरवाही बरत रहे हैं। इसलिए प्रतिदिन विभाग स्तर पर शिकायतें निस्तारित होने के बजाय डिफाल्टर में दिख रही हैं। शासन स्तर पर भी इसकी निगरानी हो रही है। इसलिए गंभीर कार्रवाई तय है।

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    लेखपाल हो चुका निलंबित

    बिल्हौर में लेखपाल और कानूनगो ने आइजीआरएस में जमीन के मुआवजे को लेकर गलत आख्या लगाई थी। शिकायत निस्तारण के बजाय निष्क्रियता दिखाई। इस पर लेखपाल को निलंबित किया गया था।

    विभागवार कितनी शिकायतों का निस्तारण नहीं

    • 114 शिकायतों का निस्तारण नहीं किया अधिशासी अभियंता विद्युत ने।
    • 45 मामले यूपीसीडा के क्षेत्रीय प्रबंधक के पकड़े गए।
    • 34 प्रकरण अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत बिठूर के हैं।
    • 23 शिकायतों का निस्तारण समय रहते नहीं किया नगर निगम ने।
    • 11-11 मामले एसीएम चतुर्थ व अधिशासी अभियंता केस्को के।
    • 10 शिकायतें एसीएम छह की हैं, आपदा विभाग से जुड़ी।

    पिछले महीनों में रैंकिंग

    • 74वें नंबर पर रहा था जिला नवंबर में।
    • 62वीं रैंक आई थी अक्टूबर महीने में।
    • 69वें रैंक पर आया था जिला सितंबर में

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    जनसुनवाई के मामलों में अनदेखी करने वाले विभागों व उनके अधिकारियों को चिह्नित किया गया है। लगातार लापरवाही बरत रहे अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि के साथ ही शासन को कार्रवाई की संस्तुति करते हुए पत्र लिखेंगे। जनता के हितों की अनदेखी करने वालों की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। -राकेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी।