हैलट की न्यूरोलाजी ओपीडी में टोकन सिस्टम
कानपुर, जागरण संवाददाता : हैलट के ओपीडी ब्लॉक में मरीजों के दबाव को देखते हुए सोमवार से न्यूरोलाजी ओ
कानपुर, जागरण संवाददाता : हैलट के ओपीडी ब्लॉक में मरीजों के दबाव को देखते हुए सोमवार से न्यूरोलाजी ओपीडी में टोकन सिस्टम लागू किया जा रहा है। मरीजों को सहूलियत मिलने पर इसे अन्य विभागों की ओपीडी में भी लागू किया जाएगा, जहां मरीजों की अधिक भीड़ होती है। इसमें मेडिसिन, सर्जरी एवं स्किन विभाग की ओपीडी शामिल हैं।
लाला लाजपत राय चिकित्सालय (हैलट) के ओपीडी ब्लॉक में रोज ढाई से तीन हजार मरीज आते हैं। ऐसे में ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने को मारामारी होती है। कई बार भीड़ अनियंत्रित होने पर डॉक्टरों को परेशानी होती है। उनके कक्ष में अव्यवस्था हो जाती है। वहीं इलाज को आए बीमार, कमजोर एवं बुजुर्ग मरीज परिसर में गश खाकर गिर पड़ते हैं। इस वजह से पर्चा लगाने वाले कर्मचारियों से आए दिन झड़प होती है। कई बार बात बढ़ने पर अफसरों को हस्तक्षेप करना पड़ता है। इसे गंभीरता से लेते हुए प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार ने प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरसी गुप्ता के साथ बैठक कर अत्याधिक भीड़ वाली ओपीडी में टोकन सिस्टम लागू करने पर चर्चा की। शुरूआत न्यूरोलाजी ओपीडी से करने पर सहमति बनी। उसके बाद मेडिसिन, स्किन एवं सर्जरी विभाग की ओपीडी में इसे लागू किया जाएगा।
इसको लेकर शुक्रवार को प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार ने प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरसी गुप्ता, जेई विश्वकर्मा, एकाउंटेंट सुनील बाजपेई के साथ ओपीडी का निरीक्षण किया। उन्होंने न्यूरोलाजी ओपीडी में टोकन सिस्टम लगाने को दिशा-निर्देश दिए। नंबर डिस्प्ले बोर्ड न्यूरो ओपीडी कक्ष के बाहर लगेगा। प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार ने बताया कि पंजीकरण के बाद पर्चे पर नंबर अंकित कर रजिस्टर पर चढ़ाकर नंबर एलाट किया जाएगा। मरीज नंबर आने का इंतजार करेंगे। नंबर डिस्प्ले होने पर दस-दस मरीज बुलाए जाएंगे। इसकी जवाबदेही पर्चा लगाने वाले कर्मचारियों की होगी।
मरीजों के बैठने को सौ सीटें
न्यूरोलाजी विभाग की ओपीडी में अत्याधिक भीड़ होने से मरीज खड़े रहते हैं। इसके लिए न्यूरोलॉजी, दंत विभाग एवं नेत्र रोग विभाग तक 60 नई कुर्सियां लगाई जाएगी। वहीं बाल रोग एवं स्किल ओपीडी के मरीजों के बैठने के लिए सामने लॉन में बेंच का निर्माण कराया जा रहा है। जहां मरीज बैठकर नंबर आने का इंतजार करेंगे।
ओपीडी में डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड
टोकन सिस्टम लागू होने के बाद ओपीडी के मुख्य द्वार पर डिस्प्ले बोर्ड लगाया जाएगा, जहां ओपीडी में तैनात डॉक्टरों के नाम डिस्प्ले होंगे। इससे पंजीकरण के दौरान मरीज को किसी डॉक्टर के पास जाना है, उसकी जानकारी हो जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।