12वीं के बाद कर सकेंगे बीटीसी
कानपुर, जागरण संवाददाता : कई वर्षो बाद बीटीसी के कोर्स में बड़े पैमाने पर बदलाव किए गए हैं। छात्र-छात
कानपुर, जागरण संवाददाता : कई वर्षो बाद बीटीसी के कोर्स में बड़े पैमाने पर बदलाव किए गए हैं। छात्र-छात्राएं अब 12वीं के बाद बीटीसी कर सकेंगे। चार साल के इस नए पाठ्यक्रम का नाम बैचलर ऑफ एलीमेंट्री एजूकेशन (बीएलएड) रखा गया है। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजूकेशन (एनसीटीई) ने सत्र 2015 से शुरू होने वाले इस नए कोर्स को हरी झंडी दे दी है। लेकिन इस कोर्स को लागू करना राज्य सरकार की मर्जी पर आधारित होगा।
एनसीटीई ने सत्र 2015-16 के लिए बीटीसी का पाठ्यक्रम तैयार कर लिया है। इस पाठ्यक्रम में पढ़ाने के तरीकों को प्रभावी रूप से छात्रों तक पहुंचाने को कोर्स में बदलाव किया गया है। इस पाठ्यक्रम में इंटरनेट के इस्तेमाल पर भी जोर दिया गया है। वर्तमान समय में बीटीसी का पाठ्यक्रम दो वर्ष का है। इस पाठ्यक्रम में छात्रों को स्नातक के बाद प्रवेश दिया जाता है लेकिन एनसीटीई ने जो नया पाठ्यक्रम तैयार किया है वह चार वर्ष का होगा और उसमें छात्र 12वीं के बाद प्रवेश ले सकेंगे। स्ववित्तपोषित महाविद्यालय संघ के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने बताया कि एनसीटीई के चेयरमैन प्रोफसर संतोष पांडा ने अगले माह तक यह पाठ्यक्रम प्रवेश सरकारों के पास भेजने की बात कही है। यह प्रदेश सरकार के अधिकार क्षेत्र में है कि वह बीटीसी के दो वर्षीय पाठ्यक्रम का चयन करते हैं या चार वर्ष का पाठ्यक्रम लागू किए जाने पर अपनी सहमति जताते हैं। अगर राज्य सरकार चाहें तो वह दोनों पाठ्यक्रमों को भी प्रदेश में लागू कर सकती हैं।
बीटीसी कॉलेज एक नजर में :
-प्रदेश में 70 डायट हैं जिनमें बीटीसी की 10 हजार सीटें हैं।
- इसके अलावा बीटीसी के लिए प्रदेश में करीब सात सौ स्ववित्तपोषित कॉलेज हैं जिनमें करीब 35 हजार सीटें हैं।
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