Kanpur Metro को लेकर बड़ी अपडेट: 52 KM के क्षेत्र को कवर करेगी, उन्नाव और रूमा भी मेट्रो रूट से जुड़ेंगे
कानपुर मेट्रो का विस्तार अब शहर से बाहर उन्नाव तक होगा। UPRMRC ने 5 नए कॉरिडोर प्रस्तावित किए हैं जिससे 52 किमी क्षेत्र में मेट्रो चलेगी। IIT से मंधना झकरकटी से रूमा जैसे रूट शामिल हैं। इस योजना को विजन-2051 में शामिल किया गया है जिससे लगभग 45 लाख लोगों को फायदा होगा और शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार आएगा।

रितेश द्विवेदी, कानपुर। मेट्रो सेवा का दायरा अब शहर से निकलकर आउटर और पड़ोसी जिले उन्नाव तक पहुंचने जा रहा है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) ने कानपुर मेट्रो विस्तार के लिए पांच नए कारिडोर के संचालन का खाका खींचा है। योजना के तहत कुल 52 किलोमीटर क्षेत्र में मेट्रो ट्रेन दौड़ेगी। इसके लिए 4250 करोड़ रुपये की मांग शासन से की गई है।
यूपीएमआरसी की ओर से प्रस्तावित कारिडोर में आईआईटी से मंधना तक 5.44 किमी, झकरकटी से रूमा तक 16.600 किमी, सीएसए से गंगा बैराज 3.800 किमी, माल रोड से शुक्लागंज उन्नाव तक 20.400 किमी, विजय नगर से भौंतीखेड़ा तक 8.75 किमी रूट शामिल है।
मेट्रो अफसरों ने दावा किया है कि इन रूटों के बन जाने से शहर के चारों दिशाओं के साथ ही उन्नाव और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र सीधे मेट्रो से जुड़ जाएंगे। मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना विजन-2051 में मेट्रो के इन पांच प्रस्तावों को शामिल कर लिया गया है।
यह कार्ययोजना मंडलायुक्त के विजयेंद्र पांडियन की अध्यक्षता में गठित समिति ने तैयार की है। समिति में नगर आयुक्त सुधीर कुमार, केडीए उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्ब्याल और डीएम जितेंद्र कुमार सिंह हैं।
मुख्यमंत्री को इस कार्ययोजना का प्रजेंटेशन दिखाने के बाद सैंद्धातिक सहमति मिल गई है, जिसके बाद इसे विजन-2051 के प्रस्ताव में शामिल किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक प्रस्तावित सात कारिडोर में पांच को शामिल किया गया है। इसके लिए शासन से 4250 करोड़ रुपये का मांगा गया बजट मांगा गया है।
आइआइटी से सेंट्रल स्टेशन तक 16 किमी रूट पर चल रही मेट्रो
शहर में मेट्रो के दो कारिडोर पर काम चल रहा है। पहला कारिडोर आईआईटी से नौबस्ता तक 23.8 किलोमीटर का है, जिसमें से 8.6 किमी अंडरग्राउंड और 15.2 किमी एलिवेटेड है। जिसमें आइआइटी से सेंट्रल स्टेशन तक अभी मेट्रो चल रही है, जबकि इसके आगे के रूट पर अभी काम चल रहा है।
वहीं दूसरा कारिडोर सीएसए से बर्रा आठ तक 8.4 किलोमीटर का है, जिसमें आधा हिस्सा अंडरग्राउंड और आधा एलिवेटेड निर्माणाधीन है। दोनों कारिडोर मिलाकर कुल 32.2 किमी हिस्से में मेट्रो निर्माण कार्य जारी है।
नए प्रस्ताव के मुताबिक आने वाले 10 वर्षों में कानपुर में 75 किलोमीटर अतिरिक्त रूट पर मेट्रो चलाने का लक्ष्य है। जिसमें 53 किमी की कार्ययोजना के प्रस्ताव स्वीकृति के लिए भेजे गए हैं। मेट्रो के इस नेटवर्क शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को न केवल सुधार देगा बल्कि मंधना, रमईपुर, चकेरी, गंगा बैराज, बिधनू, पनकी और उन्नाव तक मेट्रो की सीधी पहुंच सुनिश्चित करेगा।
45 लाख की आबादी को मिलेंगी राहत
मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक इस नए विस्तार से शहर के साथ ही आउटर के क्षेत्रों को करीब 45 लाख लोगों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। मंधना, भौंतीखेड़ा और उन्नाव से प्रतिदिन हजारों लोग शहर आते हैं, जिन्हें जाम और सार्वजनिक परिवहन की समस्या से जूझना पड़ता है। मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद यात्रा सुगम, सुरक्षित और समयबद्ध हो जाएगी।
मेट्रो सेवा के विस्तार के लिए पांच नए रूटों की कार्ययोजनाओं को विजन-2051 में शामिल किया गया है। इसके लिए शासन से 4250 करोड़ रुपये का बजट मांगा गया है। नए रूटों की स्वीकृति मिलते ही लगभग 75 किमी का क्षेत्र में मेट्रो का विस्तार होगा। इससे जनता को लाभ मिलेंगा।
के.विजयेंद्र पांडियन, मंडलायुक्त
मेट्रो के पांच नए कारिडोर का प्रस्ताव को विजन-2051 में शामिल किया गया है। मंजूरी मिलते ही विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी और निर्माण शुरू कराया जाएगा।
पंचानन मिश्र, जनसंपर्क अधिकारी, मेट्रो
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