Kannauj News : गंगा नदी के जलस्तर हुआ कम, लेकिन लोगों को सता रहा मकान ढहने का खतरा
कन्नौज के कटरी क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति गंभीर है जिससे लगभग 25 गांव प्रभावित हैं। गंगा नदी के जलस्तर में गिरावट से थोड़ी राहत मिली है लेकिन मकान गिरने का डर बना हुआ है। जिला प्रशासन और राजनीतिक दल राहत सामग्री वितरित कर रहे हैं। नरौरा बांध से पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर फिर से बढ़ने की आशंका है।

जागरण संवाददाता, कन्नौज । बाढ़ से कटरी क्षेत्र में हालत बदतर हैं। करीब डेढ़ माह से बाढ़ की चपेट में आए ग्रामीण सहमे-सहमे हैं। हर तरफ सिर्फ गंगा और काली नदी का पानी है। प्रशासन और राजनीतिक दलों द्वारा बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों की मदद की जा रही है। गंगा में जलस्तर में गिरावट से कुछ राहत तो है लेकिन जो गांव बाढ़ की चपेट में आए हैं, अब उनमें मकान गिरने का खतरा बना हुआ है।
शनिवार को मेहंदी घाट पर गंगा का जलस्तर 125.28 मीटर दर्ज किया है। इससे अब खतरे के निशान 125.97 मीटर से जलस्तर में 69 सेंटीमीटर गिरावट दर्ज हुई है, लेकिन खतरा बना हुआ है। पुलिस लाइन से लेकर दाईपुर तक करीब 25 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। सबसे अधिक खराब हालात कासिमपुर, बख्सीपुर्वा, दाईपुर, गुमटिया, याकूबनगर, जलालपुर अमरा, जुकैया, सदिकापुर में हैं। यहां कई दिनों से पानी भरा हुआ है।
ग्रामीणों को मकान ढहने का डर
इससे ग्रामीणों को मकान ढहने का डर सताने लगा है। जिला प्रशासन के अलावा भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी की ओर से बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों को राहत सामग्री मुहैया कराई जा रही है। जिलाधिकारी आशुतोष मोहन अग्निहोत्री का कहना है कि फिलहाल गंगा के जलस्तर में गिरावट हो रही है। इससे जल्द बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हालात सामान्य होंगे। बाढ़ वाले गांव में चिकित्सा टीमों को लगाया गया है।
नरौरा बांध से छोड़ा गया पानी: नरौरा बांध से शनिवार को 71077 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। रविवार दोपहर तक जिले में यह पानी पहुंचेगा। इससे गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने की आशंका जताई गई है।
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