चर्च में चल रहा था मतांतरण का खेल, कानपुर का अधिवक्ता करता था फंडिंग; पुलिस ने किया तलब
मतांतरण में कानपुर नगर के अधिवक्ता का नाम सामने आया है। वह मतांतरण करने वाले लोगों के लिए पादरी के खातों में रुपये भेजता था। छानबीन के बाद पुलिस ने अध ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कन्नौज। मतांतरण में कानपुर नगर के अधिवक्ता का नाम सामने आया है। वह मतांतरण करने वाले लोगों के लिए पादरी के खातों में रुपये भेजता था। छानबीन के बाद पुलिस ने अधिवक्ता को तलब कर दो घंटे पूछताछ की। पुलिस ने अधिवक्ता के मोबाइल फोन की सीडीआर और बैंक खातों की डिटेल खंगालना शुरू कर दिया है।
ठठिया थाना के करसाह गांव में वर्ष 2022 से पादरी पन्नालाल बगैर अनुमति के चर्च बनाकर भाई विद्यासागर और पड़ोसी उमाशंकर के साथ मिलकर ग्रामीणों का मतांतरण कराता था। रविवार सुबह करीब 10 बजे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के हंगामे के बाद पुलिस ने तीनों को मौके से गिरफ्तार किया था। इस दौरान बाइबल से लेकर ईसाई धर्म से जुड़ी बड़ी मात्रा में प्रचार के लिए रखी पुस्तों और पंपलेट बरामद किए थे।
पूछताछ के बाद पुलिस ने सोमवार की रात इटावा के थाना बकेवर के नगला मिलक निवासी अजब सिंह को भी गिरफ्तार किया था। पुलिस ने जब इन चारों के बैंक खाताें और मतांतरण कर चुके लोगों के बैंक खंगाले, तो सामने आया कि कानपुर में रहने वाला एक अधिवक्ता फंडिंग करता था। अधिवक्ता कानपुर नगर में एक स्कूल का संचालक है। वह प्रत्येक माह पन्नालाल, विद्यासागर, उमाशंकर समेत मतांतरण करने वाले लोगों के खातों में पांच हजार रुपये तक भेजता था। गुरुवार को ठठिया थाना प्रभारी देवेश कुमार ने अधिवक्ता को तलब किया।
इससे वह अपने कुछ अधिवक्ता साथियों के साथ स्कार्पियो कार से ठठिया थाना पहुंचा। थाना प्रभारी ने करीब दो घंटे तक फंडिंग के मामले में पूछताछ की। मतांतरण मामले की जांच में सहयोग करने और बयान दर्ज कराने की शर्त पर पुलिस ने अधिवक्ता को घर जाने की अनुमति दी। सीओ तिर्वा कुलवीर ने बताया कि कानपुर नगर रहने वाले युवक के बैंक खाता से फंडिंग हुई है। युवक खुद को अधिवक्ता बता रहा है। पर्याप्त साक्ष्य एकत्र कर गंभीरता से मामले में कार्रवाई की जाएगी।

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