'जनता के नहीं भाजपा के हैं डीएम-एसपी'
जागरण संवाददाता कन्नौज ब्लाक प्रमुख व जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में धांधली के विरोध में सपा ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कन्नौज : ब्लाक प्रमुख व जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में धांधली के विरोध में सपा कार्यकर्ताओं ने तीनों तहसीलों में विरोध प्रदर्शन किया। तमाम नेताओं को घर पर नजरबंद कर दिया गया। फिर भी सपाई घर से निकल कर तहसील पहुंच गए। यहां प्रदर्शन किया। पुलिस कर्मियों व सपाइयों में धक्का-मुक्की हुई। सदर विधायक व जिलाध्यक्ष ने राज्यपाल संबोधित एसडीएम को ज्ञापन दिया।
गुरुवार को सदर विधायक अनिल दोहरे, जिलाध्यक्ष कलीम खान व पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव के नेतृत्व में एडीएम आवास के सामने सरकार व प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सपा कार्यकर्ताओं व पुलिस से धक्का-मुक्की हो गई। इस दौरान सदर एसडीएम गौरव शुक्ला धक्का-मुक्की के दौरान बीच में फंस गए। इसके बाद राज्यपाल संबोधित सदर एसडीएम गौरव शुक्ला को ज्ञापन दिया। नवाब सिंह यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन ने सपा के प्रत्याशियों के नामांकन खारिज किए। कहा, ये डीएम-एसपी जनता के नहीं भाजपा के हैं। इस मौके पर पूर्व ब्लाक प्रमुख नीलू यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष मुन्ना दरोगा, पूर्व जिला पंचायत सदस्य उदय प्रताप सिंह, इमरोज अहमद, अमित मिश्रा, सत्येन्द्र यादव, संजय यादव, भगवान यादव, संदीप पाल, फूल सिंह, नरेंद्र यादव, पंकज यादव समेत कई पदाधिकारी रहे। ------ तहसील में नहीं घुस पाए सपाई
तिर्वा: प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने बड़े सपा नेताओं के घरों पर नजरबंद कर दिया। पुलिस घरों के बाहर लगी रही, इसके बाद भी सपाई घर से बाहर निकल आए। सपाइयों का हुजूम बाइकों से तहसील गेट पर पहुंचा। वहां पर पुलिस ने तहसील के दोनों गेट बंद कर दिए। एक भी सपाई तहसील के अंदर प्रवेश नहीं कर सका। इस मौके राकेश यादव, विजय द्विवेदी, इंद्रेश यादव, अनिल पाल, श्याम सिंह यादव, शिवेंद्र सिंह चौहान, मुनेश राठौर समेत कई लोग मौजूद रहे। पूर्व राज्यमंत्री विजय बहादुर पाल के बेटे इं. अनिल पाल मकान की छत से कूदकर प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे। ------ पूर्व विधायक सहित सपा कार्यकर्ता गिरफ्तार छिबरामऊ: सपा कार्यकर्ताओं को पदाधिकारियों के साथ गुरुवार को तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन करना था। मगर सपा के पूर्व विधायक अरविद सिंह यादव को उनके आवास पर नजरबंद कर दिया गया। इस पर कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। कार्यकर्ता पूर्व विधायक अरविद सिंह यादव को कंधे पर बिठाकर पुलिसकर्मियों के बीच से निकालकर तहसील ले जाने लगे। अधिकारियों ने उन्हें रोक लिया। कार्यकर्ताओं ने पुलिसकर्मियों के डंडे छीन लिए। पुलिस ने भी को हिरासत में लेकर बस से सौरिख रोड स्थित एक कान्वेंट विद्यालय परिसर में पहुंचाया। शाम को निजी मुचलके पर रिहा किया गया। वहीं समाजवादी लोहिया वाहिनी के निवर्तमान जिलाध्यक्ष योगेंद्र यादव सहित अन्य कार्यकर्ताओं को भी नजरबंद कर दिया। वहीं समाजवादी अधिवक्ता सभा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य सुरेंद्र सिंह यादव अधिवक्ताओं के साथ तहसील परिसर में अपर जिला अधिकारी गजेंद्र कुमार से मिले।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।