Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    UP Industrial Development: बंद मिलों की जमीन पर बनेगा नया औद्योगिक हब, यूपीसीडा ने शुरू की प्लॉटिंग

    Updated: Sun, 13 Jul 2025 11:39 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश सरकार ने बंद पड़ी मिलों की जमीनों को यूपीसीडा को सौंपा था ताकि औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा सकें। फतेहपुर फर्रुखाबाद और बांदा में इन जमीनों पर कस्टमाइज्ड औद्योगिक भूखंड बनाए जा रहे हैं। फतेहपुर में ग्रुप हाउसिंग और कमर्शियल प्लाट भी विकसित किए जा रहे हैं। बांदा में निवेश मित्र पोर्टल पर भूखंड निकाले जा चुके हैं और यूपीसीडा ब्रांडिंग पर भी ध्यान दे रहा है।

    Hero Image
    निष्प्रयोज्य मिलों की जमीनों पर बनेंगे औद्योगिक भूखंड।

    जागरण संवाददाता, कानपुर। प्रदेश में बंद पड़ीं तमाम मिलों की जमीनें औद्योगिक क्षेत्र बनाने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) को दी गई थीं। यूपीसीडा ने इन मिलों की जमीन पर अब औद्योगिक भूखंड काटने शुरू कर दिए हैं। इसमें कस्टमाइज्ड भूखंड भी हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शासन ने बांदा, फतेहपुर, फर्रुखाबाद में बंद पड़ी मिलों की जमीनों को यूपीसीडा को दिया था कि वह इन जमीनों पर औद्योगिक क्षेत्र का निर्माण करे। फतेहपुर में कताई मिल की 55.31 एकड़ जमीन दी गई थी। कताई मिल में लगी मशीनों को यूपीसीडा हटा चुका है।

    इसके बाद अब मिल के शेड को हटाया जा रहा है। यहां साढ़े तीन हजार वर्गमीटर से पांच हजार वर्गमीटर तक के 13 बड़े औद्योगिक भूखंड बनाए जा रहे हैं। साथ ही 10 एकड़ की जगह ग्रुप हाउसिंग के लिए छोड़ी गई है।

    इसके अलावा दो-दो एकड़ के तीन कामर्शियल प्लाट बनाए जा रहे हैं ताकि उन पर व्यापारिक गतिविधि की जा सके। दूसरी ओर फर्रुखाबाद के कंपिल में 82 एकड़ की जमीन पर लेआउट बनाया जा रहा है ताकि उसके हिसाब से जमीनों पर भूखंड बनाया जा सके।

    बांदा में स्टेट यार्न की 99.43 एकड़ जमीन है। यहां 20 एकड़ जमीन निवेश मित्र पोर्टल पर निकाली जा चुकी है। इसमें 13 हजार वर्गमीटर के दो, 20 हजार वर्गमीटर का एक, 35 हजार वर्गमीटर का एक औद्योगिक भूखंड बनाया गया है। यह फेज वन है।

    इसके बाद यहां यूपीसीडा फेज दो के भूखंड भी निकालेगा। इसमें एक हजार से लेकर ढाई हजार वर्गमीटर तक के 45 भूखंड बनेंगे। यूपीसीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी मयूर माहेश्वरी के मुताबिक यूपीसीडा अपनी ब्रांडिंग के लिए सभी औद्योगिक क्षेत्रों में प्रवेश द्वार भी बनाएगी।