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    सीटी वैल्यू 20 से कम होने पर कोरोना वायरस ज्यादा खतरनाक

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 24 Sep 2020 11:24 PM (IST)

    संवाद सहयोगी तिर्वा कोरोना वायरस की जांच कराने के लिए रैपिड एंटीजन व ट्रू-नॉट से ज्यादा

    सीटी वैल्यू 20 से कम होने पर कोरोना वायरस ज्यादा खतरनाक

    संवाद सहयोगी, तिर्वा: कोरोना वायरस की जांच कराने के लिए रैपिड एंटीजन व ट्रू-नॉट से ज्यादा कारगर जांच आरटी पीसीआर है। पीसीआर की जांच में सीटी वैल्यू का पता लगता है। सीटी वैल्यू अगर 20 से कम हो गई तो वायरस ज्यादा असरदार हो जाता है। बुखार व खांसी वाले मरीजों की पीसीआर जांच जरुरी है।

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    राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस की जांच को लेकर इंटर्नशिप, जूनियर व सीनियर डॉक्टरों को जानकारियां दी है। उन्होंने बताया कि रैपिड एंजीटन किट से सामान्य जांच होती है। इसमें रिपोर्ट निगेटिव होने के बाद भी कोरोना वायरस शरीर में हो सकता है। अगर खांसी, जुकाम, बुखार व सांस लेने में तकलीफ है तो एंटीजन की रिपोर्ट निगेटिव हो सकती है। कारण, किट से जांच स्पष्ट नहीं होती। ऐसे लोगों की जांच के लिए आरटी पीसीआर जरुरी है। इस जांच में ओरल और नोजल के सैंपल से पीसीआर टेस्ट में वायरस की वैल्यू निकाली जाती है। अगर वैल्यू 20 से कम निकली तो वायरस शरीर में ज्यादा असरदार है। उन्होंने बताया कि ट्रू-नॉट से कोरोना की जांच इमरजेंसी के लिए है। जिनका आपरेशन तुरंत होना हो। इस मौके पर डॉ. विपुल सिंह समेत कई डॉक्टर मौजूद रहे।

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