महिला बंदियों के बच्चों को दिया जाए फल-दूध
अपर जिला जज ने किया जिला कारागार का निरीक्षण ...और पढ़ें

महिला बंदियों के बच्चों को दिया जाए फल-दूध
जागरण संवाददाता, कन्नौज : महिला बंदियों के बच्चों को नियमित रूप से फल-दूध दिया जाए तथा उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। बंदियों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता अच्छी हो। यह निर्देश अपर जिला जज एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव नितिका राजन ने जिला कारागार का निरीक्षण करने के दौरान दिए। उन्होंने जेल के अस्पताल समेत सभी बैरिकों का भी निरीक्षण किया।
शनिवार को उन्होंने जिला कारागार में महिला पाकशाला का निरीक्षण किया। पाकशाला में साफ सफाई की उचित व्यवस्था पाई गयी तथा आज भोजन में अरहर की दाल , लौकी की सब्जी व रोटी बनायी गयी है। जेल की अन्य पाकशाला का भी निरीक्षण किया गया। बंदियों ने सचिव को बताया कि उन्हें भोजन समय से तथा उचित मात्रा में प्राप्त कराया जाता है। जेलर को मानक के अनुसार खाने की गुणवत्ता बनाये रखने तथा महिला बंदियों के साथ रहने वाले बच्चो को उचित मात्रा में दूध, फल व पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये तथा साथ ही साथ माह जून में गर्मी की अधिकता होने के कारण ठंडे पानी की उचित व्यवस्था कराए जाने के लिए निर्देशित किया गया। सचिव ने जिला कारागार में मौजूद महिला बंदियों को अवगत कराया कि अगर किसी महिला बंदी को विधिक सहायता के लिए निश्शुल्क अधिवक्ता की मांग हो तो प्रार्थना पत्र जेल अधीक्षक के माध्यम से कार्यालय जिला विधिक सेवा प्रधिकरण में प्रेषित किया जा सकता है। इसके संबंध में जेलर को निर्देशित किया गया कि जिला कारागार के किसी भी बंदी को विधिक सहायता की आवश्कता हो तो प्रार्थना पत्र के माध्यम से कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जनपद न्यायालय में प्रेषित करेंगे। सचिव ने सभी बैरिकों में जाकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय कारागार में जेलर विजय कुमार शुक्ला, डिप्टी जेलर रवि कुमार सिंह व प्रदीप कुमार, फार्मासिस्ट श्रीकृष्ण, सुनील कुमार उपस्थित थे।

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