आंगनवाड़ी लाभार्थियों के लिए आ गया बड़ा फरमान! बिना इन दो काम के पूरे हुए अब नहीं मिलेगा पोषाहार
कन्नौज में आंगनवाड़ी केंद्रों पर अब फेशियल रिकग्निशन सिस्टम और आधार सत्यापन के बिना पोषाहार नहीं मिलेगा। पोषण ट्रैकर ऐप के माध्यम से वितरण को ऑनलाइन किया गया है, जिसमें 1,28,441 लाभार्थियों का प्रमाणीकरण हो चुका है। सभी लाभार्थियों के लिए ई-केवाईसी और मोबाइल नंबर को आधार से लिंक कराना अनिवार्य है। सदर शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे अच्छी प्रगति हुई है।

जागरण संवाददाता,कन्नौज। पोषण ट्रैकर एप के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषाहार वितरण की व्यवस्था लागू है। अब बिना फेशियल रिकग्निशन सिस्टम (एफआरएस) और मोबाइल फोन नंबर पंजीकरण के पोषाहार नहीं मिलेगा। जिले में अब तक 1,28,441 लाभार्थियों का प्रमाणीकरण और आधार सत्यापन हो गया है।
आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषाहार वितरण अब पूरी तरह आनलाइन पोषण ट्रैकर एप के माध्यम से किया जा रहा है। फेस आइडी सत्यापन के बिना किसी भी लाभार्थी को पोषाहार नहीं मिलेगा। छह माह से तीन वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं को राशन प्राप्त करने के लिए फेशियल रिकग्निशन सिस्टम अनिवार्य है। सभी लाभार्थियों को ई-केवाइसी और मोबाइल नंबर को आधार से लिंक कराना अनिवार्य कर दिया गया है।
जिले के 1615 आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को उनके पंजीकृत केंद्र क्षेत्र के लाभार्थियों की सूची उपलब्ध करा दी गई है। पोषण ट्रैकर पर पंजीकृत लगभग 85 प्रतिशत लाभार्थियों का डाटा आधार से लिंक किया जा चुका है। जनपद में पोषण ट्रैकर एप पर 1,50,941 लाभार्थी पंजीकृत हैं, इनमें से 1,28,441लाभार्थियों की विभाग ने ई-केवाइसी और एफआरएस पूरा कर लिया है।
विभाग के अनुसार सबसे अच्छी प्रगति सदर के शहर और सदर ग्रामीण की है। सदर के शहर ने 91 प्रतिशत, ग्रामीण ने 90 प्रतिशत प्रगति कर ली है। बाकी ब्लाकों को प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि 85 प्रतिशत ई-केवाइसी और एफआरएस हो चुका है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।