यूपी में हुई अनोखी शादी! टीचर दुल्हन को बैलगाड़ी में विदा कराकर ले गया इंजीनियर दूल्हा; नहीं लिया एक रुपये भी दहेज
उत्तर प्रदेश में एक अनोखी शादी देखने को मिली जहां इंजीनियर दूल्हे ने अपनी शिक्षिका दुल्हन को बैलगाड़ी में विदा कराया। दूल्हे ने एक रुपये भी दहेज नहीं ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, झांसी। आज के आधुनिकता के युग में आधुनिक संसाधनों का उपयोग करना मानव जीवन की शैली में शामिल है परंतु इस युग में भी कुछ लोग ऐसे हैं जो पुरानी परम्पराओं को आज भी कायम रखे हैं। दुल्हन की ऐसी विदाई देख लोग अचम्भित रह गये। इंजीनियर दूल्हा अपनी शिक्षिका दुल्हन को बैलगाड़ी से विदा कराकर ले गया। साथ ही दूल्हे ने एक रुपये भी दहेज में लिए बगैर शादी की है।
मामला बुधवार (30 अप्रैल) की सुबह का है। उत्तर प्रदेश के झांसी के वीरांगना नगर के एक घर में 29 अप्रैल (मंगलवार) को विवाह कार्यक्रम था। चिरगांव के ग्राम जरयाई निवासी संतोष कुमार विश्वकर्मा के बेटे इंजीनियर अभिजीत का विवाह मध्य प्रदेश के जिला अशोकनगर के ग्राम मुनावली निवासी शिक्षक रामगोपाल विश्वकर्मा की शिक्षिका पुत्री बबली विश्वकर्मा से हुई।
मध्य प्रदेश में सरकारी टीचर है दुल्हन
बबली मध्य प्रदेश के एक सरकारी विद्यालय में कार्यरत है। बुधवार की सुबह जब विदाई समारोह हुआ तो उनकी विदाई कार या किसी हेलिकॉप्टर से नहीं, पुरानी परम्पराओं के अनुसार बैलगाड़ी से हुई।
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दूल्हे के पिता संतोष कुमार ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे का विवाह बिना दान-दहेज के किया है। संतोष इस बात से चिंतित दिखे कि भारतीय परम्परा नष्ट हो रही हैं। भारतीय संस्कृति में किसान को देवता माना जाता था। यह कृषि प्रधान देश है तो संसाधनों का सम्मान भी होना चाहिए। इसी सोच के साथ उन्होंने जब अपने परिवार के समक्ष दुल्हन की विदाई का प्रस्ताव बैलगाड़ी से कराने का रखा, तो सभी ने इसे मान लिया।

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