यूपी में प्रेमी युगल ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, एक ही फंदे से लटके मिले दोनों के शव
ललितपुर के जखौरा थाना क्षेत्र में नगवास गाँव की मनीषा और आलापुर गाँव के सीताराम ने प्रेम में असफल होने पर आत्महत्या कर ली। उनके शव खेड़र नदी के पास जंगल में एक पेड़ से लटके मिले। पारिवारिक रिश्तों के कारण उनके प्रेम को स्वीकृति नहीं मिल पा रही थी जिसके कारण उन्होंने यह कदम उठाया। पुलिस मामले की जाँच कर रही है।

जागरण संवाददाता, ललितपुर। जखौरा थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ सामाजिक रिश्तों की दीवार को पार न कर पाने वाले एक युवा प्रेमी जोड़े ने अपनी जान दे दी। ग्राम नगवास की मनीषा (16) और ग्राम आलापुर के सीताराम (19) के शव सोमवार देर रात खेड़र नदी की पहाड़ी पर जंगल में आम के पेड़ से एक साथ लटके मिले।
उज्जैन में शुरू हुई थी प्रेम कहानी
इस प्रेम कहानी की शुरुआत तीन साल पहले हुई थी। मनीषा और सीताराम जब अपने परिवारों के साथ मजदूरी करने उज्जैन गए थे, तब दोनों के बीच जान-पहचान हुई, जो जल्द ही गहरे प्रेम में बदल गई। गाँव लौटने के बाद भी उनका रिश्ता चलता रहा, लेकिन उनके बीच के पारिवारिक रिश्ते इस प्रेम के रास्ते में सबसे बड़ी बाधा बन गए।
रिश्तेदारी की वजह से उनके प्रेम को स्वीकार किया जाना मुमकिन नहीं था, इसी कारण तीन माह पहले मनीषा की शादी खुरा निवासी एक अन्य युवक से तय कर दी गई। इस फैसले ने दोनों को अंदर तक तोड़ दिया। सीताराम जब मजदूरी से वापस लौटा, तो वह फिर चोरी-छिपे मिलने लगे। माना जा रहा है कि समाज और परिवार के विरोध के आगे हार मानकर ही उन्होंने यह भयावह कदम उठाया।
दुर्गा झाँकी से लापता हुए दोनों
26 सितंबर की रात लगभग 11 बजे, दोनों गाँव में लगी दुर्गा माता की झाँकी देखने के बहाने घर से निकले और फिर वापस नहीं लौटे। चिंतित परिजनों ने सोमवार सुबह उनकी खोजबीन शुरू की और पुलिस को सूचना दी।
मनीषा की माँ ने तो सीधे सीताराम पर अपहरण का आरोप लगाते हुए जखौरा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने सीताराम के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। लेकिन पुलिस की जाँच शुरू होने से पहले ही देर रात गाँव वालों ने उनके शव जंगल में आम के पेड़ की डाल पर एक ही दुपट्टे के फंदे से लटके हुए देखे।
पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट में हुई आत्महत्या की पुष्टि
पहली नजर में मामला आत्महत्या का लग रहा है, मृतक युवक सीताराम के परिजनों के मुताबिक सीताराम ने लापता होने से ठीक पहले बैंक से एक लाख रुपये निकाले थे और उस दौरान उसके साथ कुछ अन्य युवक भी थे।
उन्होंने आशंका जताई कि हो सकता है कि रुपयों की लालच में साथ मौजूद लोगों ने दोनों की हत्या कर दी हो और इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए पेड़ से लटका दिया हो, लेकिन पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट ने उनकी इस आशंका को भी खारिज कर दिया है, सूत्रों के मुताबिक पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट में दोनों की मौत फाँसी पर लटकने से होने की पुष्टि की गई है।
एक महीने पुरानी त्रासदी की पुनरावृत्ति
इस घटना ने एक महीने पहले की उस दर्दनाक याद को ताज़ा कर दिया है, जब 29 अगस्त को दैलवारा-ललितपुर रेलवे ट्रैक पर शिवानी (17) और आकाश नामक प्रेमी युगल ने भी रिश्ते में भाई-बहन होने के कारण एक न हो पाने की निराशा में चलती ट्रेन से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इन दोनो घटनाओं के पीछे सामाजिक बंधनों की कठोरता को प्रमुख कारण माना जा रहा है, जिसने इन युवाओं को इतना बड़ा कदम उठाने पर मजबूर किया।
ग्राम नगवास में प्रेमी युगल की ओर से फाँसी से आत्महत्या की सूचना प्राप्त हुई, तत्काल जखौरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची, शवों की पहचान मृतका मनीषा निवासी ग्राम नगवांस व मृतक सीताराम निवासी आलापुर के रूप में हुई, इसके बाद शवों का पंचायतनामा भर पोस्टमाॅर्टम के लिए भिजवा गया, प्रारम्भिक जाँच में यह तथ्य सामने आया है कि दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था, थाना पुलिस की ओर से आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।
कालू सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, ललितपुर।
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