UP News: गणेश विसर्जन जुलूस पर पथराव और हिंसक झड़प, लाठी-डंडों से हुए वार; कई घायल
शिवपुरी के सेसई सड़क गांव में गणेश विसर्जन के जुलूस के दौरान यादव पक्ष द्वारा कथित पथराव के बाद हिंसा भड़क उठी। दोनों पक्षों में लाठी-डंडों से मारपीट हुई जिससे कई लोग घायल हो गए और वाहनों को नुकसान पहुंचा। पुलिस ने दोनों पक्षों की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है।

जासं, शिवपुरी। कोलारस थाना क्षेत्र के ग्राम सेसई सड़क में गणेश विसर्जन का जुलूस देर रात हिंसा में बदल गया। गांव में रावत समाज सहित सर्व समाज द्वारा धूमधाम से गणेश प्रतिमा स्थापित की गई थी। विसर्जन के समय जब झांकियों और डीजे के साथ जुलूस निकाला जा रहा था, तभी अचानक यादव पक्ष के लोगों ने कथित तौर पर जुलूस पर पथराव कर दिया।
पथराव होते ही अफरातफरी मच गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई। कुछ ही देर में विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और लाठी-डंडों से जमकर मारपीट हुई।
इस दौरान डीजे की बोलेरो पिकअप गाड़ी के कांच और हेडलाइट तोड़ दिए गए। इतना ही नहीं, वहां मौजूद लैपटॉप को पटककर क्षतिग्रस्त कर दिया गया, जिससे हजारों रुपए का नुकसान हुआ।घटना में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हुए हैं। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।
पुलिस के अनुसार, फरियादी अजय रावत ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि बॉबी यादव, शिवराज यादव, गणेश यादव और योगेंद्र यादव ने गालियां दीं, मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी।
पहले भी हो चुकी विवाद की घटनाएं
वहीं दूसरी ओर, बॉबी यादव ने भी एफआईआर दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि संजय रावत ने गिरेबान पकड़कर गालियां दीं। इसी दौरान अजय रावत, विक्रम रावत, अभिषेक उर्फ लाला रावत और नीतेश रावत भी वहां पहुंच गए। आरोप है कि नीतेश रावत ने लोहे के कट्टे की बट से उसके सिर और कान के पीछे वार कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
गांव के लोगों का कहना है कि यादव और रावत समाज के बीच पहले भी विवाद की घटनाएं हो चुकी हैं। धार्मिक आयोजन के दौरान पुराना विवाद भड़क उठा और माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया।
इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसे योगेंद्र यादव ने अपने मोबाइल से रिकॉर्ड किया था।
कोलारस थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों पक्षों की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस वीडियो फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के आधार पर मामले की गहन जांच कर रही है।
गांव में स्थिति फिलहाल तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताई जा रही है। पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
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