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    जोड़ व गठिया के मरी़जों के लिए वरदान साबित हुई आयुष्मान योजना

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 23 Sep 2019 06:22 AM (IST)

    फोटो :: 22 एसएचवाइ 5 - झाँसी ऑर्थोपेडिक हॉस्पिटल में 43 मरी़जों का सफल जोड़ प्रत्यारोपण हुआ झा

    जोड़ व गठिया के मरी़जों के लिए वरदान साबित हुई आयुष्मान योजना

    फोटो :: 22 एसएचवाइ 5

    - झाँसी ऑर्थोपेडिक हॉस्पिटल में 43 मरी़जों का सफल जोड़ प्रत्यारोपण हुआ

    झाँसी : 'प्रधानमन्त्री जन आरोग्य योजना- आयुष्मान भारत' का एक साल पूर्ण होने पर झाँसी ऑर्थोपेडिक हॉस्पिटल के तत्वावधान में आयुष्मान योजना दिवस भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर, सदर विधायक रवि शर्मा के मुख्य आतिथ्य, भाजपा के ़िजलाध्यक्ष प्रदीप सरावगी, दैनिक जागरण के निदेशक यशोवर्धन गुप्त के विशिष्ट आतिथ्य व मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुशील प्रकाश की अध्यक्षता में मनाया गया।

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    इसमें झाँसी ऑर्थोपेडिक अस्पताल के संस्थापक डॉ. डीके गुप्ता एवं जोड़ प्रत्यारोपण सर्जन डॉ. गौरव गुप्ता ने आयुष्मान योजना से हड्डी रोगियों को हो रहे लाभ के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों को 5 लाख रुपये प्रति वर्ष इला़ज के लिए उपलब्ध कराये जा रहे हैं। कहा कि आर्थिक स्थिति ठीक न होने की वजह से आम लोग महँगा इला़ज नहीं करा पाते थे। देश के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 23 सितम्बर 2018 को आयुष्मान योजना का शुभारम्भ किया। इस योजना के अन्तर्गत झाँसी ऑर्थोपेडिक हॉस्पिटल में विगत 6 माह में 43 रोगियों का नि:शुल्क जोड़ प्रत्यारोपण किया गया। डॉ. गौरव गुप्ता ने बताया कि जोड़ प्रत्यारोपण एक महँगी शल्य चिकित्सा है, जिसमें आमतौर पर लगभग 2 लाख रुपये लगते हैं। यदि बड़े महानगरों की बात करें, तो यह खर्च लगभग 3-4 लाख रुपये तक पहुँच जाता है। हड्डी रोग के इला़ज के अन्तर्गत जोड़ प्रत्यारोपण को आयुष्मान योजना में शामिल किया गया। इस योजना का लाभ बुन्देलखण्ड की ़गरीब जनता को मिल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में जोड़ रोग एवं गठिया के मरी़जों की संख्या अत्याधिक है। पहले ़गरीब लोग चोट लगने पर इला़ज नहीं कराते थे, आगे चलकर यही चोट जोड़ की सतह को खराब कर देती है। इस अवस्था में जोड़ प्रत्यारोपण के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचता। चँूकि जोड़ प्रत्यारोपण ़गरीब की पहुँच से बाहर था, इसलिए रोजमर्रा के कार्यो के लिए भी उन्हें दूसरों पर निर्भर होना पड़ता था, जिससे उनके निजी, सामाजिक एवं अर्थिक जीवन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता था, परन्तु आयुष्मान योजना से स्थिति पूरी तरह बदल गयी है। अब प्रत्यारोपण जैसी महँगी चिकित्सा भी आसानी से करा सकते हैं। झाँसी ऑर्थोपेडिक हॉस्पिटल योजना के अन्तर्गत नियमित रूप से प्रत्यारोपण कर रहा है। वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. डीके गुप्ता ने बताया कि झाँसी ऑर्थोपेडिक अस्पताल में उच्च कोटि की चिकित्सा सेवा उपलब्ध है। यहाँ नवीनतम तकनीक से जोड़ प्रत्यारोपण किया जा रहा है।

    आरम्भ में कार्यक्रम आयोजक डॉ. गौरव गुप्ता ने अतिथियों को फल की टोकरी भेंट कर उनका स्वागत किया। इस मौके पर आयुष्मान योजना के नोडल अधिकारी डॉ. महेन्द्र, अंचल सरावगी, प्रदीप खर्द, अनुज खर्द, शशांक पुरोहित आदि उपस्थित रहे। डॉ. नीति शास्त्री ने संचालन तथा आयुष्मान योजना डिस्ट्रिक्ट इम्पि्लमेण्टेशन यूनिट के डॉ. अभिषेक गोस्वामी ने आभार व्यक्त किया।

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    फोटो ::: 22 एसएचवाई 8,9,10,11,12,13

    अब बोझ नहीं लगती ़िजन्दगी

    - लाभार्थी बोले-़गरीबों के लिए संजीवनी साबित हो रही है योजना

    झाँसी : आयुष्मान योजना के लाभार्थियों से बात करने पर पता चला कि योजना का लाभ निचले तबके तक पहुँच रहा है। लाभार्थियों ने सरकार की इस योजना की जमकर तारीफ की। कुछ लाभार्थियों से जागरण ने बात की, तो उनका यह कहना था।

    0 शिवाजी नगर निवासी शीला वर्मा ने बताया कि उनके दोनों कूल्हे सूख गए थे। योजना की वजह से नि:शुल्क इला़ज हो पाया। यह योजना ़गरीबों के लिए संजीवनी का काम कर रही है।

    0 उनाव गेट निवासी स्वामी प्रसाद के दोनों घुटनों का सफल प्रत्यारोपण हुआ है। अब वह अच्छे से चल- फिर सकते हैं। उन्हें योजना के तहत मुफ्त में झाँसी ऑर्थोपेडिक हॉस्पिटल में इला़ज मिला।

    0 शिवपुरी (मप्र) निवासी वीरू लोधी ने बताया कि कूल्हे खराब होने की वजह से उसकी पढ़ाई नहीं हो सकी। आर्थिक स्थिति ठीक न होने की वजह से प्राइवेट अस्पताल में इला़ज कराने की स्थिति नहीं थी। आयुष्मान योजना उनके लिए वरदान साबित हुयी।

    0 रानीपुर के गुढ़ा टिकरी निवासी रमूल खान ने बताया कि ़गरीब जनता के इला़ज के लिए आयुष्मान योजना शुरू करके केन्द्र सरकार ने पुनीत कार्य किया है। इस योजना के पात्र लाभार्थियों का प्राइवेट अस्पताल में बेहतर तरीके से इला़ज किया जा रहा है। उन्हें भी योजना के लाभार्थी का होने का लाभ मिला।

    0 ़िजला शिवपुरी (मप्र) के जरगुवा निवासी उत्तम सिंह ने बताया कि वह दुर्घटना में घायल हो गये थे। किसान होने की वजह से आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। जोड़ खराब हो गए थे। आयुष्मान योजना के तहत सफल ऑपरेशन हो गया।

    0 भाण्डेर (मप्र) निवासी सुनीता ने बताया कि उसके दोनों कूल्हे खराब हो गए थे, जिससे ़िजन्दगी बोझ लगने लगी थी, लेकिन आयुष्मान योजना के गोल्डन कार्ड का लाभ मिला।

    फाइल : राकेश यादव

    समय : 7.40 बजे।

    दिनाँक : 22 सितम्बर 2019